झांसी। बीरंगना महारानी लक्ष्मी बाई की नगरी हमेशा से हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक मानी जाती रही है। यहां रहने वाले हिंदू मुस्लिम आज भी उसी एकता के प्रतिक को कायम रखते हुए एक दूसरे की मदद करने में लगे है। ऐसा दो व्यापारियों ने आज कर भी दिखाया। मुस्लिम समाज में बताया जाता है, ब्याज का पैसा खाना हराम है, लेकिन खुद की जमा पूंजी का बैंक से मिले ब्याज का पैसा उन व्यापारियों ने अपने पास न रखते हुए जेल में बंद दो कैदियों का जुर्माना अदा कर उन्हे जेल से रिहा कराया है। जानकारी के मुताबिक सिविल लाइन निवासी व्यापारी जुबेर अहमद और मानिक चौक निवासी व्यापारी हाजी इब्राहिम का बैंक में खुद की जमा पूंजी का ब्याज करीब बीस हजार रुपया आया। जिसे वह लेना नही चाहते थे। उन्होंने असहाय बेसहारा लोगों की मदद करने वाली संस्था आल इंडिया पैयामे इंशानियत फार्म के संस्थापक इमरान नदवी से मुलाकात की ओर बताया की जिस किसी बेहसहरा ओर जरूरत मंद को जरूरत हो तो उन्हे ब्याज की मिली रकम से उसकी मदद कर दे। इस पर इमरान नदवी और उनकी टीम को जानकारी हुई की तालबेहट निवासी चंद्रभान और मध्यप्रदेश के जिला टीकमगढ़ निवासी बबलू जेल में बंद है। उनकी सजा पूरी हो चुकी है, लेकिन जुर्माना अदा न करने पर उन्हे छह छ माह की अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी। इस पर इमरान नदवी और उनकी टीम ने व्यापारी जुबेर और इब्राहिम के ब्याज के पैसे से दोनो बंदियों का जुर्माना अदा कर उन्हे जेल से रिहा कराया। जुर्माना अदा न कर पाने पर जेल में अतिरिक्त सजा भुगत रहे दोनो बंदी अपने परिजनों से मिले तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






