झांसी। एक तरफ सूबे के मुखिया स्वास्थ्य विभाग को लेकर दिशा निर्देश दे रहे है कि वैसमेंट में प्राइवेट हॉस्पिटल की ओपीडी नही होनी चाहिए, जिन मेडिकल स्टोरों पर एक्सपायरी डेट की दवा हो उन्हे तत्काल हटा देनी चाहिए। इसको लेकर समय समय पर मुख्य चिकित्साधिकारी अपने अपने जनपद में भ्रमण कर चेकिंग करे और कार्यवाही करें। लेकिन जनपद झांसी के एक हॉस्पिटल का ऐसा ही मामला प्रकाश में आया जहां भर्ती मासुउम मरीज को एक्सपायरी दवा दे दी जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। साथ ही हॉस्पिटल की ओपीडी भी वैसमेंट में चलाई जा रही है। इसको लेकर हॉस्पिटल संचालक ने दोनो बातों को स्वीकार करते हुए सफाई दी कि स्टाफ ने एक्सपायरी दवा दे दी है। साथ ही उन्होंने कहा हां हमारे यहां बेसमेंट में ओपीडी चल रही जो नियम विरुद्ध है। हम हटा लेंगे। डॉक्टर की यह सफाई जिले के जिम्मेदारों के द्वारा की जा रही कार्यवाही पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा रही है। आखिर निरीक्षण में आज तक उन्हे क्यों नही दिखा यह सब। मरीजों की जिंगदी से खिलवाड़ करने वाले हॉस्पिटल पर आखिर कार्यवाही कब होगी।जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के जिला दतिया निवासी शब्बीर ने नवाबाद पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि 29 तारीख को उसने अपने सात वर्षीय पुत्र को वेव झांसी रेलवे स्टेशन रोड स्थित केयर सेंटर हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। गत रोज उसे हॉस्पिटल के अंदर स्थित मेडिकल स्टोर से उसे दवा दी गई। जिसे खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर परिजन दूसरे डॉक्टर से इलाज कराया और उसे दवाएं चैक कराई तो बताया गया कि दवा एक्सपायरी है। इस पर परिजनों ने वेवी केयर हॉस्पिटल डॉक्टर सतीश कुमार से वार्ता की। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने सभी से गलत व्यवहार किया। इस पर वह लोग थाने पहुंचे। सूचना पर नवाबाद पुलिस हॉस्पिटल पहुंची। जहां मासूम के परिजनों ने पुलिस को बताया कि इस हॉस्पिटल में मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा एक्सपायरी डेट की दवाएं दी जा रही साथ ही मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद भी इस हॉस्पिटल में बेसमेंट में ओपीडी चलाई जा रही है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। वही इस संबंध में वेवि केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर सतीश कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि एक्सपायरी डेट की दवा खाने से कुछ नही होता है, केवल ताकत चली जाती है जो बाद में रिकवर हो जाति है। वही डॉक्टर ने कहा कि हां हमको पता है कि मुख्यमंत्री जी के आदेश है की बेसमेंट में ओपीडी नही चलेगी। हम लोग जल्द ही ओपीडी सिफ्ट कर लेंगे। यह सफाई देते हुए डॉक्टर ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। वही सीएमओ झांसी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर शिकायत मिलती है कि हॉस्पिटल में स्थित मेडिकल स्टोर से एक्सपायरी दवा दी गई है तो कार्यवाही की जाएगी। वही उन्होंने कहा कि बेसमेंट में ओपीडी चलने वाली बात पर वह टीम बनाकर भेजेंगे और रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही करेंगे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






