
झांसी। उत्तर प्रदेश का बॉर्डर झांसी रक्सा टोल वही 22 माह पुराना दिन याद दिला रहा। आज से ठीक 22 माह पूर्व दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को उज्जैन से झांसी के लिए लेकर निकली उत्तर प्रदेश की एसटीएफ पुलिस अपने गंतव्य तक नही पहुंच पाई थी। की कानपुर से पहले ही दुर्दांत ने पुलिस कस्टडी से भागने का प्रयास करते हुए पुलिस पर गोलियां चलाई और जवाबी फायरिंग में मारा गया। गुजरात के अहमदाबाद से उत्तर प्रदेश प्रयागराज पुलिस कस्टडी में आ रहे माफिया अतीक को लेकर वही 22 माह पुराना दिन याद किया जा रहा है। जितनी दहशत दुर्दांत अपराधी के चेहरे पर थी उससे ज्यादा दहशत माफिया अतीक पर कानून के राज की देखी जा रही है। माफिया अतीक का एक एक पल दहशत के साए से भरा हुआ है। उसके दहशत के 15 घंटे गुजरने के साथ वह उत्तर प्रदेश की सीमा में सोमवार की सुबह साढ़े आठ प्रवेश करने के लिए रक्सा टोल प्लाजा से जुगरते हुए झांसी पुलिस लाइन में रोका गया इसके बाद प्रयागराज के लिए निकलेगा। इधर मीडिया को पुलिस सुरक्षा व्यवस्था ने काफी दूर रखा गया है। काफिला रक्सा टोल से निकलता हुआ प्रयागराज के लिए रवाना होने से पूर्व झांसी पुलिस लाइन रोक दिया गया। पुलिस लाइन में मीडिया को जाने की अनुमति नहीं है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






