झांसी। मुख्य सचिव उ०प्र० शासन के द्वारा वर्ष 2022-23 हेतु प्रदेश में 35 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके सापेक्ष वृक्षारोपण स्थलों की शत प्रतिशत जियो टैगिंग किये जाने के निर्देश है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने जियो टैगिंग की समीक्षा करते हुए कहा कि ऐसे विभाग जिन्होंने अभी तक किए गए लक्ष्य के सापेक्ष पौधारोपण की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग नहीं की है वह तत्काल 03 दिवस के अंदर शत प्रतिशत जियो टैगिंग करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पौधों का रखरखाव बेहतर हो, ताकि वह जीवित रहे, इस कार्य में हीला हवाली करने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने समीक्षा करते हुए कहा कि वर्षाकाल 2022 में अन्य विभागों द्वारा अब तक कराये गये वृक्षारोपण स्थलों की जियो टैगिंग “हरीतिमा अमृत वन” मोबाईल एक के माध्यम से करायी जानी है। आज समस्त विभागों की जियो टैगिंग की प्रगति समीक्षा करने के उपरान्त यह पाया गया कि कतिपय विभागों द्वारा उक्त कार्य में तनिक भी रूचि नहीं ली जा रही है। उक्त कार्य हेतु प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा समस्त विभागों को जियो टैगिंग करने हेतु विभागवार यूजर आई०डी० एवं पासवर्ड उपलब्ध करा दिये गये है तथा गूगल मीट के माध्यम से भी जियो टैगिंग की प्रक्रिया से अवगत करा दिया गया है। तदपश्चात् कतिपय विभागों द्वारा जियो टैगिंग के कार्य में संतोषजनक प्रगति न किये जाने के कारण से उच्च स्तर पर जियो टैगिंग की प्रगति समीक्षा में जनपद झांसी की प्रदेश स्तर पर अत्यन्त खराब स्थिति है, जिससे जनपद की छवि धूमिल हो रही है। छवि को सुधारने के लिए समस्त विभाग युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए शत प्रतिशत जियो टैगिंग करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने रविन्द कुमार ने विभागवार जियो टैगिंग कार्य की प्रगति को देखा, उन्होंने बेसिक शिक्षा जियो टैगिंग 0.45 प्रतिशत, उच्च शिक्षा 1.86 प्रतिशत, औद्योगिक विकास 4.82 प्रतिशत, राजस्व विभाग 10.17 प्रतिशत, उद्यान विभाग 19.10 प्रतिशत, ग्राम विकास 34.04% और स्वास्थ्य विभाग 43.31 प्रतिशत सहित लगभग 09 अन्य विभागों को जिनकी जियो टैगिंग किए गए पौधारोपण के सापेक्ष शत-प्रतिशत नहीं है 03 दिन में जियो टैगिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ताकीद करते हुए निर्देश दिए कि समस्त विभाग उक्त कार्य में रूचि लेते हुए तत्काल शत प्रतिशत जियो टैगिंग करना सुनिश्चित करें अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाए।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






