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विद्युत व्यवस्था, एयरपोर्ट सहित करंट लगने से हुई तीन मौत पर परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग

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झांसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के झांसी आगमन पर सदर विधायक पंडित रवि शर्मा ने झांसी की विभिन्न समस्याओं पर उनका ध्यानाकर्षित किया है। उन्होंने आधा दर्जन ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपते हुए झांसी में एयरपोर्ट बनवाने तथा झांसी की विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त कराने सहित गत दिवस प्रेमनगर में करंट लगने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हुई मौत पर पीड़ित परिवार को सरकार से आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है। गुरुवार को सदर विधायक पंडित रवि शर्मा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देते हुए बताया कि

विधानसभा क्षेत्र (223) झाँसी नगर में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु 220/132/33 के0वी0 का एक नया विद्युत उपकेन्द्र स्थापित कराने हेतु विद्युत विभाग से उपलब्ध आगणन की धनराशि स्वीकृत कराने की मांग की है। वही उन्होंने कहा कि

ग्रीष्म ऋतु में बुन्देलखण्ड क्षेत्र का तापमान बहुत अधिक होता है, जिस कारण ग्रीष्म ऋतु में झाँसी महानगर की विद्युत व्यवस्था पटरी से उतर जाती है।

ग्रीष्म ऋतु में दिन और रात में लम्बी विद्युत कटौती हो रही है और यदि किसी भांति आपूर्ति होती भी है तो दस-दस मिनट की ट्रिपिंग (आंखमिचोली) से उपभोक्ता / नागरिक परेशान रहते हैं। इसके साथ ही विद्युत उपकरण को क्षति पहुंचने की भी पूर्ण सम्भावनाएँ विद्यमान रहती हैं। खराब विद्युत व्यवस्था से जहाँ एक ओर विपक्ष को सरकार के खिलाफ बोलने का मौका मिल रहा है वहीं दूसरी ओर नगारिकों में भी रोष व्याप्त है।

उन्होंने कहा कि समस्या के निदान हेतु विद्युत विभाग के स्थानीय अधिकारियों व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, आगरा के निदेशक (तकनीकी) के साथ भी विद्युत समस्या के समाधान हेतु विस्तृत चर्चा/समीक्षा पूर्व में की गयी थी।

उन्होंने कहा कि समीक्षा के दौरान बताया गया कि झाँसी में विद्युत लोड अधिक होने के कारण विद्युत आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है, इसीलिए विद्युत व्यवस्था के सुधार हेतु झाँसी में 220/132/33 के0वी0 का एक नया विद्युत उपकेन्द्र स्थापित करना अति आवश्यकता है।

उक्त सम्बन्ध में अधिशासी अभियन्ता, विद्युत ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड, झाँसी द्वारा झाँसी में 220/132/33 के0वी0 का एक नया विद्युत उपकेन्द्र की स्थापना हेतु कुल रूपये 1,11,58,79,531.00 (रूपये एक अरब, ग्यारह करोड़, अठ्ठावन लाख, उन्यासी हजार, पाँच सौ इकतीस) मात्र का प्रोवीजनल आगणन तैयार किया गया है जो अग्रिम कार्यवाही हेतु संलग्न हैः-

 

1. 220 के0वी0 सब स्टेशन के निर्माण हेतु (2×160+2×63 MVA)

 

रूपये 86,32,33,206.00

 

2. 220 के0वी0 डबल सरकिट ट्रांसमिशन लाइन के निर्माण हेतु

 

रूपये 25,26,46,325.00

 

कुल

 

1,11,58,79,531.00

सदर विधायक ने मांग करते हुए बताया कि वर्णित परिस्थितियों में आपसे सादर अनुरोध है कि प्राथमिकता के आधार पर झाँसी नगर में 220/132/33 के0वी0 का एक नया विद्युत उपकेन्द्र स्थापित कराने हेतु समुचित कार्यवाही की मांग की। वही उन्होंने झाँसी बुन्देलखण्ड क्षेत्र का मुख्यालय है। अपार सम्भावनाओं से भरे झाँसी में आयुर्वेद, नर्सिंग, मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज तो हैं किन्तु एक भी होम्योपैथिक कॉलेज नहीं है, जिस कारण होम्योपैथिक से सम्बन्धित शिक्षा ग्रहण करने के लिए अभ्यर्थियों को अन्य दूरस्थ जनपदों में जाना पड़ता है। झाँसी जनपदवासियों द्वारा अभ्यर्थियों के हित में होम्योपैथिक कॉलेज बनवाये जाने की माँग कई वर्षों से की जा रही है। झाँसी में होम्योपैथिक कॉलेज का निर्माण कराने से झाँसी के साथ ही आस-पास के अभ्यर्थियों को भी इसका सीधा लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जनहित में झाँसी महानगर में होम्यापैथिक कॉलेज का निर्माण कराने के सम्बन्ध में समुचित कार्यवाही कराई जाए।

वही उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र की हृदय स्थली झाँसी नगर विगत दशक से हवाईअड्डा (एयरपोर्ट) की स्थापना के सम्बन्ध में बड़ी आकाँक्षा भरी दृष्टि से शासन की ओर देख रहा है और पूर्णरूप से आशान्वित है कि निश्चित ही यह विषय भारत सरकार के संज्ञान में भी होगा। यह कि बुन्देलखण्ड से चारों ओर यात्रा के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध है व उत्तर मध्य रेलवे का यह एक प्रमुख स्थान है। भारत सरकार द्वारा डिफेन्स कॉरिडोर एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (BIDA) की स्थापना से इस क्षेत्र का महत्व निरन्तर बढ़ रहा है। सुलभ सुविधा हेतु हवाई मार्ग से आवागमन की सुविधा होना विकास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण ही नहीं अपितु अत्यन्त आवश्यक है।

झाँसी नगर के समीप ओरछा नरेश रामराजा सरकार का दरबार भी स्थापित है। इस स्थान पर निरन्तर देश-विदेश के दर्शनार्थियों का आवागमन लगा रहता है। हवाई अड्डा (एयरपोर्ट) न होने के कारण कठिनाई होना स्वाभाविक ही है।

उन्होंने झाँसी नगर में हवाई अड्डा (एयरपोर्ट) स्थापित कराये जाने की मांग की है। वही उन्होंने 07 मार्च 1988 को झाँसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झाँसी में “अमूल्य दृष्टि” नामक नेत्र बैंक की स्थापना की गई थी। नेत्र बैंक को स्थापित कराये जाने के लिए समस्त आवश्यक उपकरण “अन्धता निवारण संघ-भारत” द्वारा दान स्वरूप भेंट किये गये थे। नेत्र बैंक की स्थापना के उपरान्त नेत्रदान के द्वारा प्राप्त नेत्रों का प्रत्यारोपण की सुविधा भी प्रारम्भ की जा चुकी थी।

वर्तमान में शासन के नये दिशा-निर्देशों के अनुसार नेत्र बैंक हेतु पंजीकरण कराया जाना अत्यावश्यक है। उक्त सम्बन्ध में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग द्वारा पंजीकरण शीघ्घ्र कराये जाने के लिए महानिदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ०प्र० शासन को दिनाँक 12 अप्रैल 2017 को पत्राचार किया गया था। परन्तु अभी तक कोई कारगर कार्यवाही नहीं हो सकी है। झाँसी जनपद के आस-पास कोई भी नेत्र बैंक नहीं है, जिस कारण लोग नेत्र प्रत्यारोपण की सुविधा से वंचित हैं।

सदर विधायक ने मांग करते हुए कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झाँसी में नेत्र बैंक के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत कराने की कृपा करें, जिससे रोगियों को नेत्र प्रत्यारोपण की सुविधा प्राप्त हो सके।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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