
झांसी। देश के भविष्य का उज्ज्वल भविष्य के लिए सरकारें लगातार प्रयासरत है, इसके लिए माध्यमिक, प्राथमिक सरकारी विद्यालयों को लगातार हाइटेक बना रही ओर सुविधाएं भी उपलब्ध करा रही। लेकिन इन विद्यालयों को चलाने की जिन लोगों पर जिम्मेदारी है, वह अपने कर्तव्यों का ठीक तरह से निर्वहन नहीं कर रहे ओर न ही इस ओर कोई देखने वाला है। 79 वें स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाने के लिए सरकारी गैर सरकारी विद्यालयों में एक पूर्व से बड़े ही जोर स्तर पर तैयारियों शुरू कर दी गई थी। वही शासनादेश था कि सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल में सुबह सात बजे प्रभात फेरी निकाली जाएगी। लेकिन सीपरी बाजार क्षेत्र स्थित सरकारी कंपोजिट विद्यालय ऐसा है कि जिसका सुबह साढ़े बजे से बच्चे खुलने का इंतजार करते रहे ओर स्कूल पौने आठ बजे खुला। आपको बता दे कि एक ओर जहां पूरा देश स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाने के लिए एक सप्ताह से तैयारियों में जुटा था वहीं दूसरी ओर सरकारी कंपोजिट विद्यालय सीपरी बाजार क्षेत्र के जिम्मेदार समय पर स्कूल नहीं पहुंचे। स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल परिसर में ऐसा कुछ लग ही नहीं रहा था कि आज क्या पर्व है। स्कूल में पढ़ने वाले नन्हे मुन्ने बच्चे हाथों में तिरंगा झंडा लेकर सुबह साढ़े छह बजे स्कूल पहुंच गए उन्हें जानकारी थी कि सुबह सात बजे प्रभात फेरी निकलनी है। लेकिन इस स्कूल के जिम्मेदार लोग समय से स्कूल नहीं पहुंचे। स्कूल में लगे ताले को बार बार बाहर खड़े बच्चे देख कर स्कूल के अंदर ताक झांक कर रहे थे लेकिन स्कूल नहीं खुला। स्कूल अपने वही पुराने ढर्रे पर साढ़े सात बजे के बाद खुला। स्कूल के मैंन गेट का ताला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने पौने आठ बजे खोला जबकि आठ बजे ध्वजारोहण होना था।। इसके बावजूद ताला खुलने तक शिक्षकों का कोई आता पता नहीं था। साथ ही स्कूल परिसर में ऐसी कोई तैयारी नहीं थी जिससे यह अंदाजा लगाया जा सके कि आज यहां स्वतंत्रता दिवस पर्व मनाया जाएगा। यह सरकारी स्कूल ऐसा एक नहीं कुछ ओर भी सरकारी स्कूल है, जो स्वतंत्रता दिवस पर भी समय पर स्टाफ स्कूल नहीं पहुंचा। इस सम्बन्ध में जिला बीएसए ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं। मामले की जांच कराई जाएगी।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


