झांसी। इन दिनों डिजिटल अरेस्ट और लॉटरी लगने का झांसा देकर आम जन से रूपयो की ठगी करने वाला गिरोह शोशल मीडिया पर एक्टिव है। यह गिरोह चीनी सहित कई अन्य देशों से संचालित होता है। जो भारतीय लोगों को अपना निशाना बनाता है। भारतीय लोगों से हड़पी गई रकम को डॉलर में बदलने के लिए यह गिरोह भारतीय लोगों को ही अपने गिरोह में शामिल कर उनसे बैंक खाते खुलवाते है और उसमें रुपए मंगवा कर उसे डॉलर में बदल कर अपने पास मंगवा लेते है। ऐसे एक मामले का दिल्ली की पश्चिमी दक्षिण साइबर सेल ने बीते दिनों खुलासा करते हुए झांसी के प्रेमनगर, सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के चार युवकों को बीते दिनों गिरफ्तार किया था। जालसाजी ओर जुआ सट्टा महादेव ऐप का पैसा भुनाने के लिए यह साइबर अपराधी मजदूरों ओर दैनिक श्रमिक कर्मचारियों का बैंक अकाउंट दस से बीस परसेंट पर किराए पर लेते थे। जिसमें रुपए मंगवा कर उन्हें डॉलर में बदलकर चीनी फर्म को भेज देते थे। सूत्रों के अनुसार जालसाजी करने वाले चीनी जालसाजों ने टेलीग्राम पर भारतीय लोगों को जोड़ा और उनसे लूट, ठगी की रकम ट्रांसफर करने के बैंक खातों की व्यवस्था कराई। यह खुलासा करते हुए दिल्ली की दक्षिण पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी से पंद्रह लाख रुपए लूटने का मामले का खुलासा करते हुए पांच युवकों को गिरफ्तार किया। जिनमें चार युवक झांसी के बताए गए। दिल्ली की साइबर थाना पुलिस ने झांसी के प्रेमनगर थाना ईसाई टोला निवासी इमरान कुरैशी, असद कुरैशी, खाती बाबा मनोज गार्डन ईसाई टोला निवासी निवासी जावेद, सीपरी बाजार के रस बहार कॉलोनी निवासी अभिषेक यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि अभिषेक यादव ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट तकनीकी से परिचित कराया था। अभिषेक यादव ने इन लोगों के बैंक अकाउंट की व्यवस्था करवाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। यह लोग अधिकांश बैंक खाते, आधार कार्ड दैनिक श्रमिक मजदूरों का लेते थे। यह गिरोह टेलीग्राम के माध्यम से एक चीनी फर्म के संपर्क में आए और उन्होंने उसके लिए काम शुरू कर दिया था।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






