झांसी। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अशोक कुमार सिंह ने अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के अंतर्गत बंगरा और मऊरानीपुर, झाँसी के किसानों को विवि में सोमवार को कठिया गेहूं बीज वितरित (एच आई 8759) किया । उत्तर प्रदेश के बंगरा और मऊरानीपुर गाँवों के 33 किसानों को लगभग 13 कुन्तल गेहूँ के बीज वितरित किए गया। साथ ही बंगरा और मऊरानीपुर के किसानों को समुद्री शैवाल के अर्क के दो स्प्रे भी दिए गए। समुद्री शैवाल का अर्क फसल की पैदावार बढ़ाने में मदद करता है, फसल को पोषण लाभ देता है और किसानों को अधिक उपज देता है। वैज्ञानिकों ने बताया गया की खरपतवार नाशी दवा को इस्तेमाल करने से उच्च उत्पादकता प्राप्त हो सकती है और अच्छा उत्पादन किया जा सकता है। कठिया गेहूं उत्पादन की वैज्ञानिक विधि से खेती करने पर बहुत से किसान पहले की तुलना में ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं साथ ही उनकी आमदानी में भी अच्छी वृद्धि हो सकती है। कुलपति महोदय ने किसानों को वैज्ञानिक विधि से कठिया गेहूँ लगाने पर बढ़िया उपज आने के लिए मार्गदर्शित किया। बीज वितरण में डॉ गुंजन गुलेरिया, डॉ शिववेन्द्र सिंह, डॉ अनिता पूयाम एवं डॉ विश्वनाथ चौहान भी मौजूद रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






