झांसी। चिरगांव के ग्राम पचार में दहशत का पर्याय बना तेंदुआ को बारह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद झांसी और कानपुर से आई वन विभाग और झांसी की पुलिस ने सकुशल बोर से निकाल कर उसे सुरक्षित कानपुर के चिड़ियाघर भेज दिया गया। भूख प्यास से तड़प रहे तेंदुआ को वन विभाग की टीम ने समय पर मुर्गा का मास और पानी उपलब्ध कराया। जिसके बाद उसकी हालत में सुधार हुआ।जानकारी के मुताबिक चिरगांव के ग्राम पचार में क्षेत्रवासी सोमवार की दोपहर उस समय दहशत में आ गए जब एक तेंदुआ सेंकड़ों फिट गहरे बोर के अंदर से दहाड़ रहा था। लोगों ने बोर में झांक कर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई और पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। लोगों का हुजूम बोर के पास एकत्रित हो गया। तभी सूचना मिलते ही चिरगांव थाना पुलिस ओर झांसी बन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन उपकरण के अभाव में टीम ग्रामीणों के साथ वहां सुरक्षा घेरा बना कर शांति व्यवस्था कायम कर कानपुर से टीम आने का इंतजार करती रही। शाम करीब छह बजे कानपुर के चिड़िया घर की टीम एक पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे। कई बार तेंदुआ को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली सकी। मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को एयर गन से बेहोशी का इंजेक्शन देकर तेंदुआ को काबू में किया। इसके बाद वन विभाग की बोर में नीचे उतरी और तेंदुआ को सुरक्षित बाहर निकाल कर पिंजरे में बंद कर चार पहिया लोडर से उसे कानपुर चिड़ियाघर ले जाया गया। इस दौरान देर रात वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को भूख प्यास से बचाने के पानी ओर मुर्गे का मास उपलब्ध कराया। आज सुबह तेंदुआ की ग्राम से रवानगी होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






