झांसी। प्रेमप्रसंग के चलते हुई अरुण की हत्या करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने इस हत्याकांड से परदाफास कर दिया है। घटना में प्रयुक्त गाड़ी और लाठी डंडा सहित अलानक्ब बरामद कर लिया है। घटना का कारण एक तरफा प्रेम प्रसंग बताया गया है।मंगलवार को पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसएसपी राजेश एस ने जानकारी देते हुए बताया की तालपुरा निवासी अरुण परिहार अपने घर से देव लाल चौबे का अखाड़ा जाने की कहकर घर से निकला था। इसके बाद वापस घर नही आया। कोतवाली पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी थी। 14 जनवरी को अरुण परिहार का शव मध्यप्रदेश के उन्नाव बालाजी स्थित नदी में मिला था। जिसकी शिनाख्त मृतक के भाई छोटू ने अरुण के रूप में की थी। इधर मृतक के पोटमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कोतवाली पुलिस ने अरुण की हत्या का मुकदमा दर्ज कर विवेचना करते हुए तमाम साक्ष्य के आधार पर नंदराम उर्फ लुढी बिकलांग, उसकी पत्नी मीना वंशकार विशाल वंशकार, ऋतिक वंशकार देव लाल चौबे का अखाड़ा , विकास ठाकुर बाबू लाल कारखाना के पीछे , अंकित बाथम राजेंद्र नगर उरई, चंद्रपाल अहिरवार निवासी पहलगांव को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया की अंकित बाथम की बहन की शादी का रिश्ता तय हो गया था। आठ तारीख को उसकी सगाई हुई थी। लेकिन मृतक अरुण ने अंकित और उसके परिजनों को धमकी दी थी की वह उसकी बहन की शादी नही होने देगा उसकी बहन से वही शादी करेगा। इस धमकी से परेशान होकर अंकित बाथम और नंदराम उर्फ लुढी के साथ मिलकर घटना की योजना बनाई और योजना के मुताबिक अरुण को नंदराम और लुढ़ी ने अपने घर बुलाया। जहां अरुण पर कंबल डालकर उसकी लाठी डंडा से मारपीट कर हत्या कर दी और साक्ष्य घटना को छुपाने के लिए मारुति क्रमांक यूपी 93 बीडी 02339 से उसकी लाश पहुज़ नदी में फेंक दी थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस घटना क्रम में दो आरोपी अभी फरार चल रहे जिनके नाम पलक पैलेस निवासी नितिन और राहुल भगत बताए गए है। पुलिस फरार दोनो आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने हत्यारोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मारुति वैन, मृतक की बाइक, एटीएम कार्ड, लाठी डंडा बरामद कर लिए। एसएसपी राजेश एस ने घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया है। वही इस घटना का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम पांडे, अतिरिक्त निरीक्षक अनुराग अवस्थी, उपनिरीक्षक विवेकानंद, शिवजीत, शिवम सिंह, इश्वरदीन, संदीप वर्मा, कांस्टेबल गौरव गौतम, रामभजन, नफीस, राजकुमार, अनुज, अंकित दीक्षित, शालिनी, प्रवीण धाके मोजूद रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






