झांसी। भले ही दो माह बाद गले की फांस बने महेश हत्याकांड का खुलासा करते हुए सदर बाजार पुलिस राहत की सांस ली हो लेकिन आरोपियों का खुलासे के दौरान बना वीडियो इस हत्याकांड के खुलासे में छेद करने के बराबर काम कर रहा। वही चर्चित सिपाही पर रुपए लेन देन का भी आरोप लगाया है। इन आरोपों को खुलासे के दौरान मोजूद पुलिस अधिकारी ने खारिज करते हुए कहा की पुलिस पर आरोप लगते रहते है।शुक्रवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी सिटी सदर बाजार थाना क्षेत्र के भगवंत पुरा जंगलों में हुई जेसीबी चालक की हत्या की घटना का खुलासा करते दो आरोपी रोहित और उसके पिता राकेश यादव गिरफ्तार कर महेश की हत्या का आरोपी बता रहे थे। वही जब आरोपी पिता पुत्र को पत्रकारों के समक्ष पेश किया तो आरोपी मीडिया को देख बोल उठे की उन्हे राजनेतिक षड्यंत्र के तहत फसाया गया है। उन्होंने सदर थाना के एक चर्चित सिपाही का नाम लेकर रुपए लेने देने का भी खुलासा किया। वही पत्रकार वार्ता में मौजूद एसपी सिटी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा पुलिस पर रुपए लेने देने के आरोप लगते रहते है। लेकिन दो माह बाद हुए इस हत्याकांड के खुलासे ने बड़ा सवाल खड़ा किया है की घटना वाले दिन से भी सदर बाजार पुलिस इन आरोपियों से पांच दिन तक थाना में रखकर पूछताछ करती रही थी, उस समय इन्होंने अपना जुर्म कबूल क्यों नही किया था। वही हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी सिटी ने बताया की मृतक ने रोहित और उसकी प्रेमिका की मोबाइल की चैट और अश्लील वीडियो लेकर रोहित को ब्लैकमेल करता था उसे धमकी देता था अगर उसे एक लाख रुपया नही दिया तो वह वीडियो और चैट उसकी पत्नी को दिखा देगा तथा रोहित के पिता मृतक महेश की पत्नी पर बुरी नियत रखता था और एक दिन उसकी पत्नी को बुरी नियत से पकड़ लिया था। जिस की जानकारी मिलने पर महेश और रोहित के पिता का झगड़ा भी हो गया था। इसी बात को लेकर रोहित के पिता ने महेश की हत्या की साजिश रची और रोहित ने हत्या की घटना को अंजाम दिया और कई दिनों तक दोनो पिता पुत्र पुलिस को गुमराह करते रहे। एसपी सिटी ने बताया तमाम साक्ष्य और सबूत के आधार पर दोनो पिता पुत्र को गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






