झांसी। एक सप्ताह से चल रहे फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह के खिलाफ जांच दर जांच के बाद पुलिस कप्तान का तबादला हो गया अब सदर बाजार पुलिस ने अपने हाथ खड़े कर लिए। थाना प्रभारी ने स्पष्ट रूप से कह दिया यह मामला बड़ा है, हम बिना पुलिस कप्तान के आदेश के मुकदमा दर्ज नही कर सकते। थानेदार की इस बात से लगता है फिर थाना में बैठ कर योगी सरकार की तनख्वाह क्यों ले रहे जब जनता के हित के कार्य नही कर सकते। फर्जी मार्कशीट बनाने वाला गिरोह लोगों की जिंदगी बरबाद कर रहा ओर इन्हे आदेश चाइए। सदर बाजार पुलिस का फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह को बचाने का यह रवैया सरकार की छवि खराब कर रहा है। मालूम हो की रविवार को सदर बाजार में एक एकेडमी में फर्जी मार्कशीट बनाने को लेकर हंगामा हुआ था। बताया जा रहा था की यह गिरोह पिछले दो साल से सदर बाजार में यह फर्जी मार्कशीट बनाने का कार्य कर रहा ओर इसकी कई बार थाने में शिकायत हो चुकी। इसके बावजूद भी पुलिस लगातार जांच दर जांच का हवाला देते हुए रोज शिकायत कर्ता को थाने बुलाकर घंटो उसे परेशान कर चलता कर देती है। सूत्र बताते पुलिस कप्तान का तबादला होने के बाद आज सदर बाजार पुलिस ने शिकायत कर्ता को थाने बुलाया और उससे स्पष्ट रूप से बोल दिया की आपकी एफआईआर हम दर्ज नही कर पाएंगे। यह फर्जी मार्कशीट के प्रकरण में पुलिस कप्तान ही आदेश करते है। सदर बाजार पुलिस के इस रवैया से लगता है की वह योगी सरकार की छवि खराब करने ओर जनता का कानून से विश्वास उठाने का कार्य कर रहा है। जबकि भारत सरकार के रेलवे विभा ने भी पत्र जारी कर बता दिया की मार्कशीट फर्जी है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






