झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया है कि शासन के निर्देशानुसार जनपद में 12 से 19 सितंबर, 2022 तक प्रतिदिन सुबह 8.00 बजे से रात्रि 08 बजे तक विद्युत संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु समाधान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद के सभी 33/11 के.वी. उपकेंद्र या उसके निकटतम बिलिंग केंद्र पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सम्बन्धित विद्युत अधिकारियों को निर्देश दिए कि उप केंद्र के अधीन आने वाले सभी राजस्व गांव एवं ग्राम पंचायत का टाइम टेबल बनाकर 01 सप्ताह के अंदर आच्छादित करना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने बताया है कि समाधान सप्ताह के दौरान बकाया विद्युत बिल संबंधी शिकायत एवं उसका भुगतान प्राप्त करना, कनेक्शन/लोड बढ़ाने या मीटर लगाने के आवेदन पर त्वरित कार्रवाई की जाए। सभी प्रकार के विद्युत कनेक्शन संबंधी शिकायतों/समस्याओं का निराकरण किया जाए। ट्रांसफार्मर, फीडर, लो वोल्टेज अथवा जर-जर तार जैसी समस्याओं के आवेदन पर त्वरित निस्तारण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। विद्युत दुर्घटनाओं के दौरान जन हानि से संबंधित मुआवजा एवं उससे जुड़ी समस्याओं के नगण्य किए जाने के उद्देश्य से अधिष्ठापन सही किया जाएगा। जले, खराब, क्षतिग्रस्त मीटर बदलने के साथ-साथ नए मीटर लगाने का कार्य किया जाए, दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत उपभोक्ताओं के उत्पीड़न कि यदि प्राप्त होती है तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा अन्य विद्युत संबंधी समस्याओं के त्वरित निराकरण की कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि समाधान सप्ताह के प्रत्येक दिन सुबह से शाम तक शिविर के आयोजन एवं संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय अवर अभियंता की होगी एवं उपखण्ड स्तर पर उपखंड अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। इनकी यह भी जिम्मेदारी होगी कि क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार करायें। सभी गांव में यह सूचना कराई जाएगी कि उस गांव के लोगों को किस दिन समस्या के निस्तारण के लिए केंद्र पर आना है। अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए उन्होने सम्बन्धित विद्युत अधिकारियों को निर्देश दिए कि सांसद, विधायक, जिला एवं ब्लॉक पंचायत प्रमुख, ग्राम प्रधान, वार्ड सभासद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से संपर्क स्थापित करके शिविर के आयोजन के संबंध में जानकारी दी जाए ताकि आयोजित होने वाले अभियान का अधिक से अधिक लोग लाभ उठा सकें।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






