
झांसी। सत्रह वर्षों ने चल रहे आवास कब्जा के मुकदमे में न्यायालय द्वारा 13 मकानों को खाली करने के आदेश पर पहुंची पुलिस ओर न्यायालय कर्मियों को देख वहां रह रहे लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों का भारी विरोध देख पुलिस ओर न्यायालय ने कार्यवाही रोक दी। वहीं वहां रहने वाले लोगों का हंगामा जारी था। हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि अभी न्यायालय में तारीख चल रही है। लेकिन यह लोग जबरन दखल देकर कब्जा करना चाह रहे। हाफिज सिद्दकी नेशनल एज्यूकेशन समिति के मैनेजर अब्दुल रज्जाक ने जानकारी देते हुए बताया कि पशु हॉस्पिटल के पीछे पड़ी जमीन पर कई आवास बने है। लेकिन वह जमीन स्कूल की समिति है। कई बार वहां मकान बनाकर रहने वाले लोगों को समझा कर मकान खाली करने को कहा लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था। इस पर वर्ष 2008 में समिति द्वारा न्यायालय जिला न्यायिक अधिष्ठान झांसी में हाफिज सिद्दकी बनाम सैयद जमीन उद्दीन के नाम बाद दायर किया गया।

जिसमें वर्ष 2017 में न्यायालय ने हाफिज सिद्दकी समिति के पक्ष में फैसला सुनाया ओर मकान खाली करने का आदेश दिया। लेकिन इनके द्वारा हाइकोर्ट में अपील करने पर वहां से भी इन्हें निचली अदालत में अपील करने का आदेश दिया। झांसी न्यायालय में चल रही अपील के बाद 28 मई 2025 को न्यायालय ने फिर से हाफिज सिद्दकी के पक्ष में आदेश पारित करते हुए 13 मकानों को खाली करने का आदेश जारी कर कोर्ट फीस जमा करते हुए पुलिस बल ओर न्यायालय के अमीन द्वारा हाफिज सिद्दकी समिति को कब्जा दिलाने का आदेश दिया था। इस आदेश पर आज न्यायालय ओर पुलिस विभाग की टीम वहां कब्जा दखल करने गई तो वहां रहने वाले लोगों ने विरोध जारी कर दिया। भारी विरोध को देखते हुए ओर पुलिस फोर्स मंगवा कर मकानों को खाली कराने की कार्यवाही की जाएगी। वहीं वहां रहने वाले लोगों का प्रदर्शन जारी था।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






