झांसी। रक्सा थाना क्षेत्र पांच दिन पूर्व हुए इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी माधव मोहन अपहरण कांड का आज रक्सा पुलिस ने खुलासा कर दिया। इस अपहरण कांड का मास्टर माइंड सीमा पर देश की रक्षा करने वाला फौजी निकला। पुलिस ने मास्टर माइंड फौजी सहित सूत्रधार ओर चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त ट्रेक्टर, पिस्टल, फौजी की वर्दी सहित आइकार्ड, मोबाइल फोन आदि बरामद कर लिए है। इस अपहरण कांड के दो आरोपी फरार चल रहे जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। अपहरण कांड को अंजाम कर्ज से मुक्ति पाने के लिए दिया गया था। रविवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि 15 अप्रैल 2025 को रक्सा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि रक्सा मैंन बाजार निवासी इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी माधव मोहन गुप्ता देर रात दुकान बंद करके घर नहीं लौटा और आज सुबह इसके मोबाइल से परिजनों को फोन आया और कहा कि अगर माधव को जिंदा चाहते हो तो डेढ़ करोड़ रुपए लेकर आ जाओ। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर अपहृत की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने एरच के पास नदी के पास से अपहृत इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी माधव मोहन को सकुशल बरामद कर लिया था। अपहरण कर्ता एक ग्राम प्रधान द्वारा विरोध करने पर उसे छोड़ कर भाग गए थे। अपहरण कर्ता व्यापारी को ट्रेक्टर ट्राली में डालकर बांधकर उसे जंगल की ओर ले जा रहे थे। पुलिस ने बरामद व्यापारी से पूछताछ के बाद अपना जाल फैलाया। सर्व लांस ओर सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस अपहरण कर्ताओं तक पहुंची। पुलिस ने इस अपहरण कांड के मास्टर माइंड फौजी चिरगांव के पट्टी मुहर्रा निवासी धनेन्द्र सिंह और रक्सा निवासी सूरज अहिरवार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त ट्रेक्टर ट्राली ओर मोबाइल फोन, पिस्टल, बरामद कर ली। पुलिस के मुताबिक अपहरण कांड का मास्टर माइंड फौजी पहले ग्लेशियर में तैनात था इसके बाद अभी उसकी तैनाती कलकत्ता में थी। वह 8 अप्रैल को छुट्टी लेकर घर आया था। लेकिन वह अपने घर नहीं गया था, तभी से वह सूरज अहिरवार और अन्य लोगों के साथ माधव मोहन के अपहरण कांड की साजिश रच रहा था। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपी सूरज फौजी के साथ क्रिकेट खेलने जाता था तभी से उनकी आपस में दोस्ती थी। फौजी के ऊपर बहनों की शादी करने ओर भाई को दिलाए गए डंफर का कर्ज था। इधर सूरज और अन्य आरोपियों पर भी काफी कर्जा था। इसी कर्ज से मुक्ति पाने को फौजी ने इन लोगों से जानकारी ली कि कोई मालदार व्यापारी हो तो बताओ। इस पर सूरज ओर अन्य लोगों ने माधव मोहन के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद फौजी अपनी ड्यूटी से छुट्टी लेकर सीधा रक्सा पहुंचा यहां सूरज अहिरवार के साथ, रक्सा के ग्राम कंटीली निवासी मानवेंद्र सिंह परमार,मध्यप्रदेश के निवाड़ी सिंधरी निवासी कमलेश पाल, मध्यप्रदेश के जिला दतिया उन्नाव बालाजी निवासी शशिकांत पाल के साथ गैंग तैयार कर माधव मोहन के अपहरण की योजना बनाकर मौका मिलते ही उसका अपहरण कर ले गया था। पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






