झांसी। प्रदेश के मुखिया युवा नस्ल को बचाने के लिए एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान जरूर चला रहे है। लेकिन यह अभियान कहा तक कारगर यह खुलेआम बिक रहे मादक पदार्थ ओर हो रही तस्करी से स्पष्ट होता है। झांसी शहर के दो थानों की सीमा के बीच बनी एक गली में हर मकान से होता है नशीले पदार्थ की बिक्री। यही नहीं नशीला पदार्थ बेचने वाला युवक डंके की चोट पर बोलता है आपको क्या चाहिए कोकीन, स्मैक, ओजी विदेशी गांजा, या देशी गांजा हर नशे का पदार्थ मिलेगा बस कीमत चुकानी पड़ेगी। सूत्रों के मुताबिक सैयर गेट स्थित मरकज मस्जिद से ओरछा गेट जाने वाले मार्ग पर देशी शराब की दुकान के पास थाना शहर कोतवाली ओर थाना नवाबाद के बॉर्डर पर एक गली में खुलेआम नशीले पदार्थों की पुड़िया बेची जा रही है। इस नशे की लत में जकड़ चुकी युवा पीढ़ी अपनी नशे की तलब को बुझाने के लिए नशे की पुड़िया खरीदने के लिए घर से पैसे की चोरी या अन्य स्थानों से चोरी कर माल बेचकर मिलने वाली रकम से नशे की पुड़िया खरीद रहे है। इस गली में स्थित हर घर से नशे का कारोबार हो रहा है। इस गली में कुर्सी डालकर कांख में काले रंग का बैग फंसा कर नशे की पुड़िया बेचने वाला युवक नशे का सौदागर बोलता है आपको कौन सा नशा चाहिए। ओजी, स्मैक, गांजा, चरस सब उपलब्ध है बस कीमत चुकानी पड़ेगी। खुलेआम हो रहे इस कारोबार पर पूछने पर उसने बताया कि यहां किसी चीज का डर नहीं ऊपर से लेकर नीचे तक पूरा सिस्टम सेट है। दो थानों की सीमा के बीच खुलेआम हो रहे इस नशे के कारोबार से पूरी युवा पीढ़ी तो बरवाद हो रही साथ ही कई घर परिवार तबाह हो रहे ओर उनके घरों के चूल्हे तक बुझ रहे है। आखिर एक ओर प्रदेश के मुखिया इस नशे के खिलाफ अभियान चला रहे ओर दूसरी ओर अभियान को खुलेआम हो रही नशे की बिक्री आईना दिखा रही।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






