Home उत्तर प्रदेश बुंदेलखण्ड के किसानों को अमीर बना सकता है टमाटर : एसएस सिंह

बुंदेलखण्ड के किसानों को अमीर बना सकता है टमाटर : एसएस सिंह

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झाँसी। रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय विश्वविद्यालय, झाँसी के उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय में शीतकालीन टमाटर की उन्नत खेती पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण आज से प्रारम्भ हुआ। इसकी अध्यक्षता निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एसएस सिंह ने की। उन्होंने बताया कि बुंदेलखण्ड में किसानों को अमीर बना सकती है वह है टमाटर की खेती। डॉ. सिंह ने कहा कि कृषि विवि के तैयार किए गए हाइब्रिड टमाटर के पौध अच्छा उत्पादन दे रहे हैं। देशी टमाटर 500 से 600 कुन्तल प्रति हैक्टेयर, संकर टमाटर 800 से 900, स्वर्ण वैभव किस्म से 1000 से 1100 कुन्तल प्रति हैक्टेयर पैदावार होती है। देश में सबसे ज्यादा पैदावार टमाटर की प्रजाति नामधारी 4266 है जो 1400 कुन्तल प्रति हैक्टेयर देता है। सबसे मँहगे टमाटर की पैदावार यूरोप में होती है। नवम्बर, दिसम्बर तथा गर्मी में चेरी टमाटर को लगाया जाता है। एक एकड़ में 6 लाख तक टमाटर से लाभ उठाया जा सकता है। कर्नाटक एवं महराष्ट्र के किसान टमाटर से करोड़ तक लाभ ले रहे हैं।अधिष्ठाता उद्यानिकी एवं वानिकी डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि कृषि विवि चार वर्ष से अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के माध्यम से किसानों को टमाटर पर प्रशिक्षण दे रहा है। इसका लाभ किसानों को मिल भी रहा है। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्धेश्य किसानों को विभिन्न वैज्ञानिक तकनीकों से परिचित कराना है। उन्होंने किसानों से कहा कि विवि में पॉलीहाऊस एवं खेतों पर टमाटर सहित विभिन्न सब्जियां कैसे तैयार हो रही हैं उसका भी आपको भ्रमण कराया जाएगा। सभी प्रशिक्षणार्थियों से आवाहन किया कि इस प्रशिक्षण से जो भी वैज्ञानिक जानकारियां मिले वह अपने ग्राम के अन्य किसानों को भी दें। सब्जी विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों का स्वागत संबोधन करते हुए बताया कि इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में ग्राम बेहटा ब्लाक बड़ागांव एवं ग्राम गुलारा ब्लाक चिरगांव जिला झाँसी के किसान प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं। इसी प्रशिक्षण में इन्हीं ग्रामों से मिशन शक्ति से जुड़ी महिला किसान भी प्रशिक्षण ले रही हैं। भारतीय सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी कैप्टन राजवीर सिंह, कैप्टन राघवेन्द्र सिंह भी यह प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण में सर्दी में कैसे टमाटर का ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं। वह भी बताया जाएगा। विश्व में 11.4 मिलियन टन टमाटर उत्पादन होता है। जिसमें भारत दूसरे नंबर पर है। भारत में टमाटर का सबसे ज्यादा उत्पादन आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक के बाद उत्तर प्रदेश का स्थान आता है। इस अवसर पर डॉ. श्रवण कुमार शुक्ला डॉ. राहुल कालदते, डॉ. शैलजा चौहान, पीयूष मिश्रा, रोहित श्रीवास्तव, विकास कुमार, राघवेन्द्र चौहान, जितेन्द्र रायकवार, आदर्श परिहार आदि उपस्थित रहे। प्रशिक्षण का संचालन समन्वयक डॉ. आशुतोष सिंह ने एवं सभी लोगों का आभार डॉ. सुशील कुमार सिंह ने व्यक्त किया।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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