झांसी। मदरसा अल जमियातुल रज्जाकिया सोसायटी अस्ताना-ए-सरकार बांसा व अपिया हजूर महाराज सिंह नगर पुलिया नंबर 9 में सरकार अपिया हुजूर का दसवां उर्से मुकद्दस संपन्न हुआ । इस दौरान अपिया हुजूर की हयाते जिंदगी पर रोशनी डालते हुए उन्हें खिराजे अकीदत पेश की गई। बाद नमाज फजर कुरान खानी के पश्चात अल्लाह के प्यारे बंदों की महफिल वालियों की शान में सजाई गई। इस दौरान उलेमाओं ने अल्लाह व उसके रसूल की फजीलत बयान करते हुए कहा कि अल्लाह और उसके प्यारे हबीब नबी-ए- मुस्तफा सल्ललाहु अलैहिस्सलाम पर भरोसा करना चाहिए और जात-ए-हकीकत से कभी ना उम्मीद नहीं होना चाहिए क्योंकि अल्लाह फरमाता है के मायूसी कुफ्र है तुम मुझ पर यकीन कर के तो देखो तुम्हें हर कामयाबी हासिल होगी। सरकार अपिया हुजूर का दसवां उर्से मुकद्दस पर अकीदतमंदों ने अस्ताना-ए-सरकार बांसा व अपिया हजूर में बड़ी धूमधाम से मनाया इस दौरान सूफी मुहम्मद अफराज हुसैन कादरी रज्जाकी नियाजी ने बताया की हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सरकार अपिया हुजूर का 10वां उर्से मुकद्दस झांसी स्थित आस्ताना में सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहकर वालियों के जिक्र में हाजिर होते हैं साथ ही आज के ही दिन जिला फर्रूखाबाद के कस्बा जरारी शरीफ में सरकार अपिया हुजूर के मजार पर जनपद झांसी से उनके मुरीदैन अपनी हाजिरी देकर फ़ैज़ हासिल करते हैं व लंगर तबर्रुक ग्रहण करते। इस मौलाना हाशिम, कारी अबरार, मौलाना इमरान, हाफिज अज़हर बरकाती, सैय्यद सलीम, मौलाना दाऊद, हाफिज नसीब, कारी सलीम, कारी जमील ने वालियों का जिक्र बयान किया। बशारत अली, अलीम मास्टर, आरिफ खान, सूफ़ी साबिर, नईम, अब्बास, हाजि सलीम, हाजी अब्दुल गनी, सुल्तान, अब्दुल्ला, शाहरुख, फैजान, इम्तियाज सहित अनेक अकीदत मंद मुरिदैन मौजूद रहे। उर्स का संचालन कारी जमील साहब ने किया। आभार अलीम मास्टर ने व्यक्त किया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






