झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की मनमानी के खिलाफ आज बुंदेलखंड महाविद्यालय के शिक्षकों ने प्रदर्शन किया एवम 1 जून से परीक्षा के बहिष्कार का समर्थन किया। बुन्देलखण्ड में गर्मी अपने रिकॉर्ड को तोड़ रहीं है दूसरी तरफ विश्विद्यालय अपनी आधी अधूरी तैयारी के साथ अवकाश कैलेंडर को न मानते हुए परीक्षा कराने पर आमदा है। काफी दूरी तय कर आ रहे विद्याथियो की आए दिन तबियत बिगड़ रही है। जिससे विद्यार्थी भी आक्रोशित है। प्रश्न पत्र में सेट संख्या तक नही प्रिंट की गई जिससे सभी विधायथियों को एक से पेपर प्रदान किए जा रहे है और परीक्षा की शुचिता संदेह के घेर में है।प्रदर्शन के दौरान बुंदेलखंड महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र नारायण गंगेले ने कहा की शिक्षक संघों ने शासन के कैलेंडर अनुरूप जून में अवकाश के लिए बार बार कुलपति जी को ज्ञापन दिया एवम बुंदेलखंड महाविद्यालय प्राचार्य सहित विभिन्न महाविद्यालय ने जून में परीक्षा न करने का विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया था लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही पर अमादा है जिसका बुंदेलखंड महाविद्यालय शिक्षक विरोध करते हैं और हमने 1 जून से परीक्षा के बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर शिक्षक संघ इकाई के मंत्री कमलेश सिंह ने कहा की यदि भीषण गर्मी में किसी शिक्षक एवं छात्र के साथ कोई दुखद घटना घटती है तो उसकी जिमेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन लेगा ? बूटा महामंत्री अनिरुद्ध गोयल ने कहा की विश्वविद्यालय प्रशासन के शिक्षक ,छात्र विरोधी मनमाने रवैए को देखते हुए हम बहिष्कार को बाध्य है। इस अवसर पर डॉ शिव प्रकाश त्रिपाठी , डॉ हिमानी , डॉ नरेन्द्र गुप्ता , डॉ सुधीर कुमार ,प्रो जितेंद्र तिवारी प्रो एल सी साहू ,प्रो उमारतन यादव ,प्रो नूतन अग्रवाल प्रो मंजरी दमेले सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






