झांसी। हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ की जब भी बात हो तो डॉक्टर डीके गुप्ता हॉस्पिटल का नाम शुरुआत में आता है। इनके यहां हड्डी जोड़ रोग संबंधित मरीजों की लाइन लगी रहती है। लेकिन इलाज कैसा होता है, यह सिर्फ वही मरीज बता सकता है। जिसे इलाज के दौरान और बाद में तकलीफों को झेलना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया जिस पर जबाव देने से डॉक्टर डीके गुप्ता कतराते नजर आए और उन्होंने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखने से इंकार कर दिया। पीड़िता ने इसकी शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी से की है। हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ डॉक्टर डीके गुप्ता का हॉस्पिटल इलाज में लापरवाही के चलते चर्चाओं में आ गया है। वही इस संबंध में जब मीडिया ने उनसे उनका पक्ष रखने के लिए वार्ता की तो उन्होंने मीडिया से मिलने से इंकार कर दिया।जानकारी के मुताबिक नवाबाद थाना क्षेत्र के पिछोर गुमनावारा निवासी काजल शर्मा ने पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट मुख्य चिकित्साधिकारी झांसी को शिकायती पत्र देते हुए बताया था कि माह सितंबर में वह गिर गई थी। जिससे उनके हाथ की उंगलियों में चोट आ गई थी। वह उपचार के लिए आर्मी हॉस्पिटल गई, जहां से उसे हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ आर्थोपेडिक हॉस्पिटल डॉक्टर डीके गुप्ता के यहां भेजा। काजल का आरोप है कि डॉक्टर डीके गुप्ता के पुत्र गौरव गुप्ता ने माह सितंबर में उसकी उंगलियों का ऑपरेशन किया इस दौरान उसकी उंगलियों की नस काट दी। जिससे उसे काफी दर्द होने लगा और धीरे धीरे हाथ काम करना बंद करने लगा। वह कई बार डॉक्टर डीके गुप्ता के पास गई लेकिन उन्होंने कहा की ऑपरेशन एक दम परफेक्ट हुआ है और हमेशा चलता कर देते थे। इसके बाद जब परेशानी ज्यादा बढ़ी तो वह मेडिकल कॉलेज पहुंची जहां चिकित्सकों ने उसे बताया तथा डॉक्टर ने लिख कर दिया कि उसका हाथ ऑपरेशन होने से खराब हो रहा है। इसके बाद वह गुडगांव पहुंची जहां बड़े हॉस्पिटल में इलाज कराया। उसका आरोप है कि थोड़ा और समय गुजर जाता तो उसका हाथ खराब हो जाता ओर जिंदगी बरवाद हो जाती। गलत ऑपरेशन से उसकी तकलीफ के चलते एक साल की पढ़ाई बरवाद हो गई और ऑपरेशन में करीब ढाई लाख से अधिक का कर्ज हो गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने पीड़िता को नोटिस जारी करते हुए आर्थोपेडिक हॉस्पिटल डॉक्टर डीके गुप्ता के पुत्र गौरव गुप्ता से ऑपरेशन संबंधित सभी दस्तावेजों को लेकर एक मई को अपने कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत पर साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






