झांसी। लेखपाल द्वारा सरकारी दस्तावेज में कूटरचना कर पैत्रिक भूमि को सरकारी बताकर भू-माफियों को कब्जा करवाये जाने के सम्बन्ध में मंडलायुक्त से शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की गयी है।मातनपुरा चिरगांव निवासी पूर्व सचिव बार संघ मोंठ अनिल कुमार शर्मा एड.पुत्र मधु सूदन शर्मा ने शिकायत करते हुए बताया कि चिरगॉव क्षेत्र में वर्ष 2023 में तैनात तत्कालीन लेखपाल दिनेश पाल द्वारा सरकारी दस्तावेजों में कूट रचना करके भूमाफियों की मदद की जा रही है। बताया कि उनकी भूमि नॉन जेड-ए की है उनके दादा ज्वाला प्रसाद तनय घासीराम के नाम फसली वर्ष 1366-1369 यानि वर्ष 1963 के राजस्व रिकार्ड के आधार पर न्यायालय तहसीलदार द्वारा उनके पिता मधुसूदन शर्मा का नाम विरासतन दर्ज किया गया था।भू-माफियाओ से सांठगांठ कर तत्कालीन लेखपाल ने थाना चिरगाँव में धारा 420 आई.पी.सी. के मामले में फर्जी तरीके से नॉन जेड०ए० भूमि को सरकारी भूमि बताकर न्यायालय में गलत रिपोर्ट बनाकर अपने उच्च अधिकारीउपजिलाधिकारी मोठ तथा नायब तहसीलदार से हस्ताक्षर करवाकर रिपोर्ट प्रेषित करवा दी तथा ज्वाला प्रसाद तथा मधुसूदन शर्मा नाम नदारद कर दिया इतना ही नहीं बिना नाम मालिक की खतौनी बनाकर अपराधियों की मदद करने के उद्देश्य से दे दी तथा स्वयं मौके पर खड़े होकर भूमाफियों के व्यवसायिक बाजारतैयार करवाया जा रहा है । बताया कि राजस्व रिकार्ड में ज्वाला प्रसाद दर्ज कागजात थे इसके बाद भी 35 वर्ष पुराने रिकार्ड कोअनदेखा कर वास्तविक मालिक का नाम हटा कर खुलेआम कूटरचित दस्तावेज तैयार करके जमीन पर दबंगों का कब्जा कराया जा रहा है।न्यायालय के आदेश पर जांच दौरान पुलिस द्वारा जब लेखपाल से सही तथ्यों की जानकारी मांगी गयी तो तत्कालीन लेखपाल ने भूमाफियों के सहयोग से थानेदार का स्थानान्तरण करवा दिया।एक अन्य प्रकरण में तत्कालीन लेखपाल ने आराजी सं0 1329 क पर मृतक व्यक्ति दीना पुत्र हल्ला का नाम खतौनी में बिना किसी आदेश के दर्ज कर दिया है शिकायत पर जांच रिपोर्ट में लिखदिया गया है कि त्रुटिवश दीना का दर्ज कर दिया है. इसके बाद भी लेखपाल के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई। इतना ही एक और कारनामा उजागर करते हुए उक्त लेखपाल ने एक ही दिन एक ही व्यक्ति कैलाश नारायन पुत्र रामदास नि० चिरगाँव केदो आय प्रमाण पत्र क्रमांक 36123100618 राशि- 60,000/-रू. इसी व्यक्ति का दो घण्टे बाद प्रमाण पत्र क्रमांक36123100638 पर 46,000/-रू0 आय का बना कर दे दिया ।जिससे साबित है कि लेखपाल दिनेश पाल अपने निजी लाभ के लिए कूटरचना करने का आदी है। तथा निजी लाभ के लिए भूमि को सरकारी बता देता है व निजी लाभ के लिए जमीन पर दबंगों के कब्जा करवा रहा है। लेखपाल के विरूद्ध आई०पी०सी० की उचितधाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग मंडलायुक्त व अन्य अधिकारियो से की गयी है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






