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डीवेट ओर धर्मगुरुओं के द्वारा तीखी बहस सामाजिक सद्भाव में जहर का काम करती है

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झांसी। पंथों के नाम पर कट्टरवाद भारत के लोकतंत्र के लिए घातक है, सोशल मीडिया पर धार्मिक विषयों को लेकर हो रही डिबेट और धर्म गुरुओं के द्वारा तीखी बहस सामाजिक सद्भाव के लिए जहर का काम करती है। अतः सुख शांति और मैत्री की स्थापना के लिए हमें सहिष्णुता के साथ चलना होगा। कैथोलिक समाज की संस्था केरितास इंडिया द्वारा लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय अंतर धार्मिक सम्मेलन में झांसी से दिगंबर जैन महा समिति के राष्ट्रीय कार्य अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत विविधताओं का देश है इसमें कोई भी प्रदेश या नगर एक जाति या धर्म विशेष के लोगों का नहीं है हमारे जीवन के सरोकार सभी धर्म और वर्गों के साथ रहते हैं हमें मानवीय मूल्यों की स्थापना करते हुए सभी के प्रति मैत्री भाव रखना चाहिए। मुख्य अतिथि के रूप में महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक पुनीत मिश्रा ने सरकार की महिला एवं बालकों के हित चलाई जा रही मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एवं स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ लेने की अपील की ।वक्ताओं में डॉ. रूपरेखा वर्मा पूर्व कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय, फादर रोनाल्ड डिसूजा, ज्ञानी गुरमुख सिंह, तनवीर आलम, सिद्धार्थ बोधी, सरदार हरजीत सिंह समेत झांसी लखनऊ मेरठ बिजनौर आगरा सहारनपुर पीलीभीत मुजफ्फरनगर आदि के विभिन्न धर्मावलंबी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन के उपरांत ग्रुप डिस्कशन से निकले बिंदुओं का संकलन डॉ मनमोहन मनु ने प्रस्तुत किया। संचालन अंबर रजा बा कुलदीप त्यागी ने आभार ज्ञापन संयोजक अनिमेष विलियम्स ने एवं अतिथि सम्मान ब्रदर बर्थो टोपनों ने किया।सम्मेलन में प्रवीण कुमार जैन को उनकी सामाजिक सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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