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“एक युद्ध नशे के विरुद्ध” एक कल्याणकारी अभियान शराब की दुकानों पर 21 वर्ष से कम आयु के बच्चों को शराब न दी जाए

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झांसी । बुधवार को अध्यक्ष (राज्य मंत्री स्तर), उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग, लखनऊ डॉ0 देवेन्द्र शर्मा के मुख्य आतिथ्य में “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” गोष्ठी का आयोजन महारानी लक्ष्मी मेडिकल कॉलेज के सभागार में किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया। इसके पश्चात विद्यालय की बालिकाओं द्वारा सरस्वती वन्दना एवं अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। गोष्ठी में उप निदेशक प्रोबेशन विभाग श्रवण कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि इस गोष्ठी का मुख्य विषय “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” है। इसका उद्देश्य नशे की सेवन को युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए पूर्ण रूप से समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि आज के समय में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को नशे की आदत पड़ती जा रही है, जो कि एक चिंता का विषय है। हम सभी को एकजुट होकर बच्चों को नशे की लत से दूर रखने के बारे में प्रत्येक संभव प्रयास करना चाहिए। इस कार्य में बच्चों के अभिभावकों को विशेष रूप से सहयोग प्रदान करना होगा। गोष्ठी में अध्यक्ष उ0प्र0 बाल संरक्षण आयोग डॉ0 देवेंद्र शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” एक अभियान है, जिसके सफल संचालन हेतु हम सभी को एकजुट होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज में भौतिक सुख सुविधाओं पूर्ण जीवन वर्तमान में व्यक्ति के लिए रहन-सहन का प्रमुख साधन बन गया है, उनकी पूर्ति हेतु मनुष्य अनैतिक मार्गों का प्रयोग कर रहा है। हमें इस प्रकार की मनोदशा में सुधार लाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने कर्तव्यों का स्मरण रखते हुए अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर समाज को क्षति पहुंचाने वाले कारणों का चिन्नांकन कर उनका निराकरण करना होगा। बाल अपराधों पर नियंत्रण हेतु उन्होंने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक 6 से अधिक कक्षाओं के विद्यालयों में प्रहरी क्लब की स्थापना करें साथ ही इन क्लबों की सूची जिला प्रोबेशन कार्यालय को भी उपलब्ध कराई जाए जिस विद्यालय आने जाने वाले बच्चों की निगरानी की जा सके साथ ही उनके द्वारा अपनाई जाने वाली विभिन्न प्रतिक्रियाओं पर भी नजर रखी जा सके। उन्होंने कहा कि मेडिकल शॉप पर बच्चों को H1 मॉड्यूल की नारकोटिक दवाइयां ना दी जाएं, इसकी निगरानी हेतु मेडिकल शॉप पर लगे सीसीटीवी कैमरा की नारकोटिक विभाग द्वारा निगरानी की जाए। इसी प्रकार आपकारी विभाग के अंतर्गत शराब की दुकानों पर 21 वर्ष से कम आयु के बच्चों को शराब न दी जाए। अभियान के सफलता पूर्वक संचालन हेतु माननीय अध्यक्ष ने कहा कि दिनांक 12 जनवरी 2023 को (स्वामी विवेकानन्द जयंती) से 23 जनवरी 2023 (सुभाष चन्द्र बोस जयंती) तक मंचासीन अतिथियों द्वारा विद्यालय में प्रार्थना सभा के बाद बच्चों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाकर बच्चों को नशे के बारे में जागरूकता संदेश प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि यह अभियान संपूर्ण प्रदेश में संचालित है जिसमें हम सभी को गंभीर होकर तत्परता के साथ कार्य करना होगा। इस दौरान क्षेत्राधिकार सदर श्रीमती स्नेहा तिवारी ने कहा कि नशा समाज के लिए गंभीर बीमारी की भांति है। गोष्ठी के दौरान उपयुक्त श्रम श्री नदीम अहमद ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि हमारे विभाग द्वारा 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को बाल श्रम से सुरक्षित रखने का कार्य किया जाता है उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में हमारे द्वारा 13 बच्चों को खतरनाक एवं 84 बच्चों को गैर खतरनाक मामलों में रेस्क्यू किया गया है, साथ ही इस संबंध में 35 प्रकरणों में दोषियों के विरुद्ध अभियोग भी पंजीकृत किए गए हैं। गोष्ठी में उपनिदेशक प्रोबेशन विभाग श्रवण कुमार गुप्ता, उपायुक्त श्रम विभाग नदीम अहमद, क्षेत्राधिकारी सदर श्रीमति स्नेहा तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती नीलम यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुरेंद्र कुमार पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र सिंह, जिला आबकारी अधिकारी प्रमोद कुमार गोयल, श्रम प्रवर्तन अधिकारी श्रीमति पल्लवी, पब्लिक ट्रांसपोर्ट अधिकारी सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, बाल विकास एवं परियोजना अधिकारी बड़ागांव श्रीमति स्नेहा गुप्ता, अपर जिला सूचना अधिकारी सुरेन्द्र पाल सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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