झांसी। ईद उल अजहा का त्यौहार देश भर में 29 जून को मनाया जाएगा ये त्यौहार तीन दिन तक मनाया जाता है कुरैश कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद कलाम कुरैशी ने बताया की ईद उल अजहा का त्यौहार हजरत ए इब्राहिम अलैहिस्सलाम की याद में मनाया जाता है कुबार्नी उन्ही की सुन्नत है देश भर के मुसलमान इस सुन्नत को खुशदिली के साथ अदा करते है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे जानवरों की ही कुबार्नी करें जिसकी देश का कानून हमे इजाजत देता है। कुबार्नी के दिनों में साफ सफाई का खास ख्याल रखें क्योंकि इस्लाम में साफ सफाई को आधा ईमान करार दिया गया है। अमन व सुकून के साथ ईद उल अजहा का त्यौहार मनाएं। कहा कि अच्छा मुसलमान अच्छा शहरी होने की ज़िम्मेदारी निभाते हुए दूसरे मजहब की भावनाओं का खास ख्याल रखते हुए कुबार्नी को खुले में न करें और उसके बचे हुए अवशेष किसी गड्ढे में दफन कर दें खून को नालियों में न बहने दें कुबार्नी के फोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल न करें गोश्त ले जाने के सिलसिले में काफी एहतियात से काम लें गोश्त को ढक्कर ले जाएं और बिरादराने वतन के जज्बात का ख्याल रखें।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






