झांसी। चिकित्सको व स्टाफ को बच्चे व पत्नी की मौत का जिम्मेदार बताते हुए जिलाधिकारी से लगाई गुहार झांसी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय पर तैनात चिकित्सको व अन्य स्टाफ की घोर लापरवाही व गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण प्रसव के दौरान शिशु व पत्नी की मौत का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग की है।गरौठा चौराहा गुरसरांय निवासी अंशुल अग्रवाल पुत्र अनिल अग्रवाल ने शिकायत करते हुए बताया कि विगत 12 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा होने पर सुबह करीब 04 बजे उसकी पत्नी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय में भर्ती कराया गया था जहां कई घंटे बाद भी चिकित्सक की गैर मौजूदगी में महज एक नर्स यह कहकर रोके रही कि डाक्टर आने वाली है। प्रसव के दौरान ही शिशु ने दम तोड़ दिया और प्रसूता की हालत गंभीर हो जाने पर बिना टांके लगाए ही उसे झांसी रिफर कर दिया गया, रास्ते में लगातार रक्त श्राव के चलते उसकी भी मौत हो गई। पीड़ित ने बताया कि सुबह भर्ती कराने के बाद दूसरी शिफ्ट में आने वाली चिकित्सक सहित दोनों ही डाक्टरों, ड्यूटी पर तैनात नर्सों सहित समस्त स्टाफ की घोर लापरवाही व गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण उसके बच्चे और पत्नी की मौत हो जाने पर की गई शिकायतो पर कई महीनों बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है। पीड़ित ने जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए कहा कि साहब जो उसके साथ किया गया वह किसी और के साथ न किया जाए इसके लिए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज कराया जाए, जिससे उसे न्याय व मृत बच्चे और पत्नी की आत्मा को शांति मिल सके।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






