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यातायात माह : 2022 महानगर चौराहा से गुजरती मौत की, जिम्मेदार आंखों पर बांधे रहते है पट्टी

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झांसी। यातायात माह नवंबर 2022 का शुभारंभ होकर समाप्ति की ओर आ गया। लेकिन एक भी बार पुलिस या यातायात विभाग द्वारा सड़क हादसों में होने वाली मौतों के जिम्मेदार वाहन या उनके चालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं। चाहे स्कूली वाहन हो या नियम विरुद्ध लोहे से सरियों से भरे वाहन हो या फिर प्रतिबंधित हो चुकी ट्रेक्टर ट्राली में सवारी ढोने वाले वाहन महानगर के प्रमुख चौराहा से बेखौफ दौड़ते नजर आते है, ओर जिम्मेदार विभाग पुलिस यातायात मौन बने रहते है। जिसके चलते लाख प्रयासों के बावजूद भी सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। यातायात माह को सफल बनाने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशन पर बड़े धूमधाम तरीके से माह नवंबर में इसका शुभारंभ किया जाता है। इस दौरान पुलिस अफसर और यातायात विभाग द्वारा वक्तव्य भी दिए जाते है की यातायात के नियमों का कढ़ाई से पालन कराने के लिए आम जन को जागरूक किया जाएगा। सरकार के पैसे खर्च करने के साथ साथ बड़े होर्डिंग बैनर, ओर स्कूलों में गोष्ठियां तक कर जन जागरूक अभियान चलाया जाता है। साथ लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी जाती है। लेकिन पूरा माह गुजर गया यातायात माह केवल अखबारों और कागजों में तथा स्कूलों की गोष्ठियों तक सीमित रहा। एक बार भी जिम्मेदारों के निर्देशन में ठोस अभियान चलाकर बड़ी कार्यवाही नही की। जिसके चलते सड़कों पर बेलगाम मौत लेकर घूमते वाहन फर्राटा भरते देखे जाते है, यह तिपहिया वाहन चालक नियमों के विरुद्ध लोहे के सरिए भरकर दौड़ते नजर आते है, इनके चालकों को उनके पीछे चल रहे वाहन चालकों का इतना भी ध्यान नहीं रहता की अगर तेजगति में ब्रेक लगाए गए तो पीछे वाले वाहन चालक का क्या होगा। यही नहीं प्रतिदिन महानगर के प्रमुख चौराहा इलाईट से स्कूली ओटो चालक एक ऑटो में नियमों के विरुद्ध भेड़ बकरियों की तरह मासूमों की जिंदगी से खिलवाड़ कर उन्हे भरकर लाते ले जाते देखा जाता है, वही मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद चौराहे से ट्रेक्टर ट्राली में लोगों को भरकर लाते ले जाते देखा जाता है। यह सब नजारा चौराहे पर यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाली पुलिस ओर जिम्मेदार अफसर देख कर अनदेखा कर देते है। इन जिम्मेदारों को किसी की मौत का कोई गम नही बस अपने अभियान को कागजों में सुचारू चलाकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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