झांसी। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तृतीय चरण का जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने संचारी रोगो पर सीधा वार करते हुये कहा कि हम सभी के व्यवहारिक सकारात्मक कार्यकलापों द्वारा मच्छरों व संक्रामक रोगो से बचाव के उपाय साझा किये। उन्होने कहा कि नोडल स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ-साथ जन सहभागिता के द्वारा ही संचारी रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने संचारी रोग व दस्तक अभियान को सुचारू रूप से क्रियाशील व सफल बनाने हेतु कार्य, उत्तरदायित्व, एवं अन्य सम्बन्धित विभागों द्वारा विभागीय मॉनीटरिंग पर बल दिया गया तथा विभागों से निर्धारित अपेक्षित लक्ष्य व कार्य गतिविधियों को गम्भीरता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण अभियान हेतु किए गये दैनिक कार्यो गतिविधियों व रिपोर्टस को फोटो व वीडियों विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सभी शिक्षकों निर्देशित किया कि संचारी रोग विषयक जानकारी/सलाह व सुझाव बच्चों को समझाते हुए उन्हें यह भी बताएं की घर जाकर अपने माता-पिता घर वालों व पड़ोसियों को भी संचारी रोगों से बचाव की जानकारी दें। जिलाधिकारी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2022 तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं 07 से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान संचालित किया जा रहा है, दस्तक अभियान के अन्तर्गत बुखार, कालाजार, छय रोग, टी0वी0 कुपोषित बच्चे एवं कोविड लक्षणयुक्त व्यक्तियों की घर-घर जाकर आशा एवं आंगनवाडी द्वारा खोज कि जायेगी तथा उनका पूर्ण उपचार मुहैयया कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा के नोडल अधिकारियों, आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, ग्राम प्रधानों सहित संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित किया जाए, सभी विभागों को माइक्रो प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम का जनपद स्तर से गॉव स्तर तक रैली का आयोजन किया जाए। अभियान में आशा,एएनएम,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं विद्यालय के बच्चों को शामिल कर जन-जारूकता पर बल दिया गया है। फागिंग व एंटी लारवा की टीमों द्वारा पुरी जनपद में सतत क्रियान्वयन किया जा रहा है। गांव में साफ सफाई, झाड़ियों की कटाई व हैंडपंप के अगल-बगल साफ सफाई कराई जाए। उन्होने बताया कि मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए अपील की जाए कि लोग फुल कपड़े पहने जहां पर जल-भराव हो वहां पर दवाओं आदि का छिड़काव करें तथा उसकी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। नगर में नगर पालिका, नगर पंचायतों द्वारा फागिंग कराई जाए तथा गांव में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा खंड विकास अधिकारी फागिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय।जिलाधिकारी ने टीबी मरीजों को गोद लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे महिने में कम से कम एक बार मरीजों को पोषण के प्रदान कीट प्रदान करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनसहभागिता कार्यक्रम द्वारा लोगों को जागरूक किया जाए तथा सम्भावित लक्षणयुक्त व्यक्तियों का जॉच किया जाए। डेगू से संक्रमित पाये गये व्यक्तियों का मुफ्त में उपचार किया जाएगा तथा सरकार द्वारा पॉच रूपये मन्थ प्रदान किए जाएगें। उन्होंने कृषि, पशुपालन व पंचायती राज विभाग द्वारा एक माईक्रोप्लान बनाते हुए अंतर्विभागयी समन्वय से डेगू की रोकथाम व उपचार क्रियान्वयन पर बल दिया जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक दिन प्रार्थना सभा के बाद आधे घण्टे तक संचारी रोगों से बचाव हेतु बच्चों को स्वच्छता विषयक जानकारी दी जाती है। जिसे वह अपने घर जाकर अपने घर वालों व पास-पड़ोस में जागरूक करते है। स्वच्छता विषयक प्रभात फेरी के लिए अभी तक ग्राम प्रधानों द्वारा उदासीन रवैया अपनाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान, आशा, एएनएम, चिकित्सा प्रभारी, सहित ब्लाक स्तर पर एवं सभासद व सफाई कर्मचारियों व सुपरवाईजर द्वारा नगरीय निकाय कार्यालय पर कार्यशाला व मीटिंग आयोजित कर तत्काल जागरूकता हेतु प्रभात फेरी व अन्य क्रियान्वयन पर निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी ईओ को डेंगू एन्टी, लारवा, फॉगिंग, जला मोबिल/तेल का पूरे क्षेत्र में छिड़काव कराते हुए सैम्पलिंग कराने का निर्देश दिया। क्षेत्र में आशा, एएनएम द्वारा सैम्पलिंग करते हुए सम्भावित लक्षण युक्त व्यक्तियों का आरडीटी किट से जॉच किया जाए। जिलाधिकारी ने सम्भावित लक्षण वाले व्यक्तियों के एलाइजा टेस्ट कराने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में संचारी रोग नियंत्रण/रोगथाम से जुडे़ सभी सम्बन्धित अधिकारियों व विभागों को कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि संचारी रोग जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने जनपद स्तरीय जूनोटिक कमेटी की बैठक में कहा कि जानवरों के कान्फ्लैक्ट/ संपर्क से मानव में होने वाली बीमारियों की हिस्ट्री सुरक्षित रखी जाने जानवरों में कोई नई बीमारी के लक्षण पाए जाने पर उसे कमेटी को अवगत कराने एवं जंगली जानवरों के काटने पर रेबीज का इंजेक्शन दिए जाने के भी निर्देश दिए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि अस्पतालों में रेबीज का इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडे, एसीएमओ डॉ एनके जैन, डीपीआरओ श्री जेआर गौतम, डॉ. नीति शास्त्री सहित सभी एमओआईसी,ईओ नगर पालिका/ नगर पंचायत, विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






