झांसी। सड़क पर मिले रूपयो को देख हर किसी का मन बदल जाता है। लेकिन आज भी इस दुनिया में इंसानियत की मिशाल कायम करने वाले मनोहर लाल जैसे लोग जिंदा है।होमगार्ड जवान विकास भवन में तैनात मनोहर लाल एक जुलाई को अपनी ड्यूटी समाप्त कर दोपहर करीब दो बजे अपने घर जाने के लिए आपे गाड़ी में बैठा। तभी उसे आपे के अंदर पीछे वाली सीट पर एक थैला रखा मिला जो किसी सवारी का छूट गया था। होमगार्ड मनोहर लाल ने उस थैले को खोल कर देखा तो उसके अंदर एक बैंक की पासबुक और कागज में लिपटे करीब बीस हजार रुपए की गद्दी थी। होमगार्ड तत्काल आपे से उतरा और पास बुक के माध्यम से उसके स्वामी एस ई डेविड निवासी मिशन कंपाउंड के घर पहुंचा जहां एस ई डेविड के परिजन रुपए गुम होने पर मायूस बैठे थे। लेकिन जब होमगार्ड उनके घर पहुंचा और उनके खोए हुए रूपये वापस दिए तो सभी परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अपने खोए हुए रूपये वापस मिल जाने पर सभी ने खाकी वर्दी धारी होमगार्ड मनोहर की भूरी भूरी प्रशंसा की।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






