
झांसी। दीपावली की रात होने वाली मां काली की विशेष पूजा के लिए स्थापित की गई मां काली की।प्रतिमाओं का आज ढोल नगाड़े और डीजे के साथ यात्रा निकाल कर विसर्जन किया गया। इस दौरान महिला, पुरुष भक्तजनों का विशाल जन सैलाब मां की एक झलक देखने को उमड़ पड़ा।
दीपावली की रात अमावस्या पर मां काली की विशेष पूजा के लिए पचकुइया मन्दिर के पीछे कालूराम का हाता में अमन कश्यप द्वारा मां काली की प्रतिमा बनाकर अमावस्या दीपावली के सात दिन पूर्व स्थापित की जाती है। सात दिन मां काली की आराधना होती है, इसके बाद दीपावली की रात अमावस्या लगने पर मां की अमावस्या की रात महानिशा आरती पूजा होती है। अगले दिन परमा पर मां की धूम धाम से विसर्जन यात्रा निकालते हुए मां की प्रतिमा का लक्ष्मी ताल में विधि विधान से विसर्जन किया गया। इसी के साथ आतिया तालाब पर गायत्री शक्ति पीठ के पास भी अमावस्या की काली मां की प्रतिमा की स्थापना होती है। जिन्हें आज डीजे ढोल नगाड़े के साथ यात्रा निकाल कर नम आंखों से विदाई देते हुए विसर्जन किया गया। इस दौरान विसर्जन यात्रा में भक्तजनों का जन सैलाब उमड़ पड़ा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा



