झांसी। सड़क दुर्घटना में घायल मरीज की उपचार के दौरान मौत हो जाने पर परिजनों ने प्राइवेट हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर हंगामा किया। मामला उस समय ओर गरमा गया जब एक प्राइवेट व्यक्ति ने हंगामा कर रहे लोगों को अपनी कमर में फंसी पिस्टल दिखाकर चुप चाप चले जाने को कहा। इससे हंगामा कर रहे ओर आक्रोशित हो गए और उन्होंने अपने दर्जनों साथियों को बुलाकर हंगामा शुरू कर दिया। कमर में पिस्टल लगाकर धमकाने वाला व्यक्ति कौन था इससे न तो हॉस्पिटल ओर न ही मरीज के परिजनों को पता है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक सीपरी बाजार के आईटीआई क्षेत्र निवासी मनोज अहिरवार ऐसी सुधारने का कार्य करता था। सोमवार की रात वह ऐसी सुधार कर बाइक से अपने घर जा रहा था। तभी ग्वालियर रोड के पास उसकी बाइक फिसल गई जिससे जमीन पर गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे परिजनों ने उपचार के लिए जिला अस्पताल इसके बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। गत रोज परिजन उसे मेडिकल कॉलेज गेट नंबर एक ओर दो के सामने बने एक प्राइवेट में भर्ती कराया। मनोज के परिजनों का आरोप है कि पहले उनसे इलाज के नाम पर अस्सी हजार रुपए फिर पचास हजार रुपए जमा करवा लिए और आज गुरुवार की दोपहर अस्पताल वालों ने इसे मृत घोषित कर दिया। परिजन इस बात पर हंगामा कर रहे थे कि मनोज के इलाज में लापरवाही बरती साथ ही पैसे भी ठग लिए। इसी दौरान वहां भीड़ में एक अन्य युवक अपनी कमर में पिस्टल लगाकर पहुंचा। मृतक के परिजनों का आरोप है कि कमर में पिस्टल लगाने वाले व्यक्ति ने उन लोगों को धमकाते हुए उन्हें वहां से भाग जाने को कहा। इस पर हंगामा कर रहे लोग आक्रोश में आ गए और हंगामा करने लगे। तभी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। लेकिन कमर में पिस्टल लगाकर घूमने वाला व्यक्ति हॉस्पिटल ओर मरीज दोनों के संपर्क में नहीं था।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


