झांसी। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिम संस्था के तत्वावधान में मंगलवार को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा। इस दौरान उन्होंने ज्ञापन में बताया कि शीतकालीन सत्र-2024 संसद के राज्यसभा में अपने अभिभाषण के दौरान अमित शाह, गृहमंत्री भारत सरकार द्वारा एक वक्तव्य “अभी एक फैशन हो गया है- अम्बेडकर, जी का नाम लेकर अभद्र टिप्पणी की है। उन्होंने कहा इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता” दिया गया जिसे देश ही नहीं विश्व ने भी देखा और सुना। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री का यह वक्तव्य संसद की संवैधानिक मर्यादाओं, दायित्वों और अनुशासन के पूर्णता विपरीत है। संसद के राज्यसभा में यह वक्तव्य भारतीय संविधान निर्माता बोधिसत्व बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर का अपमान ही नहीं परिलक्षित करता अपितु बाबा साहब डा. अम्बेडकर के व्यक्तित्व, उनके संघर्षों और देश के प्रति असीम प्रगाढ़ प्रेम को भी अपमानित और तिरस्कृत करता है। यह वक्तव्य संसद की अस्मिता, अस्तित्व और गौरव को भी धूमिल करता है साथ ही इस देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं को आहत कर ठेस पहुंचता है।उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं के दृष्टिगत ऑल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन, उत्तर प्रदेश यह मांग करती है कि अमित शाह, गृहमंत्री भारत सरकार संसद के राज्यसभा में अपने दिए गए कथित वक्तव्य के लिए बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर जी के प्रति की गई टिप्पणी पर माफी मांगे अमित शाह या फिर अमित शाह को पद से बर्खास्त किया जाए।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






