Home उत्तर प्रदेश युवा नवोन्मेषक सम्मेलन और राइज झाँसी हैकाथॉन 2.0 का आयोजन

युवा नवोन्मेषक सम्मेलन और राइज झाँसी हैकाथॉन 2.0 का आयोजन

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झांसी। बुंदेलखंड अब पिछड़ा हुआ नहीं, बहुत आगे बढ़ रहा है।” इस वाक्य को साकार करने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में बुंदेलखंड में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। कृषि, चिकित्सा और अन्य नए क्षेत्रों में नवाचार के माध्यम से जीवन को सरल बनाने और आर्थिक विकास को गति देने हेतु रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय (RLBCAU), झाँसी, राइज झाँसी और मेधा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में युवा नवोन्मेषक सम्मेलन और राइज झाँसी हैकाथॉन 2.0 का आयोजन 13-14 दिसंबर, 2024 को किया जा रहा है।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवाचार और तकनीकी आधारित नए उद्यमों, स्टार्टअप्स और कुटीर उद्योगों को स्थापित करना है। युवाओं, छात्र-छात्राओं में नवोन्मेषी सोच विकसित कर, स्थानीय और वैश्विक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करना, तथा नवाचार हेतु एक सशक्त माइक्रो-इकोसिस्टम का निर्माण करना इस आयोजन का अभिप्राय है।बुंदेलखंड में नवाचार से रोजगार सृजन के नए आयामइस आयोजन से बुंदेलखंड के युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार के माध्यम से नई संभावनाओं को तलाशने का अवसर मिलेगा। नवाचार आधारित स्टार्टअप्स और उद्यमों की स्थापना से इस क्षेत्र में रोजगार के नए साधन उत्पन्न होंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय “आईडियाज़ फ्रॉम द माइंड टू आईडियाज़ ऑन द ग्राउंड” है। इसे पूर्ण करने हेतु RLBCAU, झाँसी ने युवा केंद्रों की स्थापना की है। इन केंद्रों में मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, श्री अन्न मूल्य संवर्धन, जैविक प्रमाणन, वानिकी आधारित उद्यम, हाईटेक नर्सरी और कृषि के नए आयामों पर कार्य किया जा रहा है।विश्वविद्यालय में स्थापित होंगे दो उत्कृष्ट केन्द्रभारत सरकार के बुंदेलखंड पैकेज के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार ने रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झाँसी, को लगभग 27 करोड़ की लागत से दो उच्च उत्कृष्ट केन्द्रों की स्थापना की मंजूरी दी है। ये केन्द्र “जैविक प्रमारण एवं पुनर्योजी कृषि ” एवं “श्री अन्न (न्यूट्रीसीरियल) एवं फंक्शनल फ़ूड” के नाम से बुंदेलखंड में जैविक, प्राकृतिक खेती एवं मोटे अनाजों के उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन को प्रोत्साहन करने में अपनी कारगर भूमिका निभायेंगे। कुलपति डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि इस सफलता में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं नीति निर्धारकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इससे इस क्षेत्र में किसानों, किसान संघों, स्वंय सहायता समूहों एवं स्टार्टअप्स द्वारा कुटीर एवं अन्य उद्यमों को स्थापित करने में सहायता होगी एवं जीविकोपार्जन में इजाफा होगा।यह अत्यंत हर्ष का विषय है की बुंदेलखंड में श्री अन्न पुनरोद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय शीघ्र ही झाँसी एवं ललितपुर जनपदों के पर्यटन रूट पर दो श्री अन्न (मिलेट) ग्राम एवं मिलेट कैफ़े की स्थापना भी करने जा रहा है। जिससे बुंदेलखंड के उत्पादों की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी। कुलपति डॉ अशोक कुमार. सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड की समृद्ध कृषि, संस्कृति, इतिहास और खनिज संसाधनों के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। यदि युवा इन क्षेत्रों की चुनौतियों को समझकर समाधान के लिए नवाचार अपनाएं, तो बुंदेलखंड में चहुंमुखी विकास संभव है। यह आयोजन एक अभिनव प्रयास है, जो जनभावनाओं में नवाचार की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करेगा। विश्वविद्यालय प्रारंभ से ही युवाओं को ज्ञान एवं तकनीकों से सुसज्जित करने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। बुंदेलखंड के बेर से एम्ब्रोसा स्टार्टअप्स की शिवानी बुंदेला की सफलता की कहानी के अलावा मेरा विचार है कि यदि बुंदेलखंड के कृषि, उद्यानिकी एवं वानिकी के उत्पादों की मूल्य श्रंखला बनाई जाये तो इनसे हजारों रोजगारों का सृजन किया जा सकता है। विश्वविद्यालय इस दिशा में अपनी भूमिका के लिये तत्पर है। नगरआयुक्त सत्यप्रकाश ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि युवा रोजगार देने वाले बने न कि लेने वाले। कैसे युवाओं को रोजगारपरक बनाना है इस दो दिवसीय आयोजन में विस्तृत जानकारी दी जायेगी। झाँसी नगर निगम द्वारा चलाये जा रहे स्टार्ट अप्स को टॉप 15 में स्थान प्राप्त हुआ है यह झाँसी वासियों के लिए हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप्स के पहले बैच ने काफी प्रगति की है। रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय (RLBCAU), झाँसी, राइज झाँसी और मेधा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में युवा नवोन्मेषक सम्मेलन और राइज झाँसी हैकाथॉन 2.0 का आयोजन 13-14 दिसंबर, 2024 को किया जा रहा है। इसमें प्रथम दिवस 13 दिसम्बर को दीनदयाल सभागार में एवं 14 दिसम्बर 2024 को रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर रोड, झाँसी में आयोजित होगा।राइज झाँसी के अंकित रजक ने स्टार्ट अप्स संबंधित विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि इसमें युवाओं को 9 माह का विभिन्न प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जायेगा। इसमें युवा rise.in पर लॉग इन कर के अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है । दो दिवसीय कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियां इसका उद्देश्य युवाओं को नवाचार और उद्यमिता के प्रति प्रेरित करना है; यह आयोजन विशेष रूप से कृषि और ग्रामीण विकास में स्टार्टअप्स और तकनीकी समाधानों को बढ़ावा देने के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगा; इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ, शिक्षाविद, उद्यमी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे, जो प्रतिभागियों को मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देंगे; उद्घाटन समारोह में महापौर बिहारी लाल आर्य, कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे (आईएएस), और सदर विधायक रवि शर्मा एवं सत्य प्रकाश , मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैसे गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे; कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें डॉ. आरसी अग्रवाल (डीडीजी, शिक्षा, ICAR, नई दिल्ली), डॉ. भारत कुलकर्णी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडो ग्लोबल एसएमई चैंबर), राज यादव (संस्थापक, ग्रामिक), और ब्योमकेश मिश्रा (सह-संस्थापक, मेधा) शामिल होंगे; झांसी हैकथॉन 2.0 में प्रतिभागी कृषि और ग्रामीण विकास से संबंधित समस्याओं के तकनीकी समाधान विकसित करेंगे, और विजेताओं को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा; दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत 13 दिसंबर को सुबह 10:00 बजे होगी और इसका समापन 14 दिसंबर को शाम 4:00 बजे होगा, जिसमें युवा नवाचारकों की उपलब्धियों को मान्यता दी जाएगी; इस आयोजन के माध्यम से विश्वविद्यालय झांसी को नवाचार और उद्यमिता का केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा रहा है, और यह कार्यक्रम छात्रों, उद्यमियों और विशेषज्ञों के लिए आपसी विचार-विमर्श और सहयोग का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। नवोन्मेषक एवं छात्र करेंगे विशेषज्ञों से सीधा संवाद देशभर के विभिन्न संस्थानों से 120 से अधिक टीमों ने इस आयोजन में भाग लिया। गहन विश्लेषण और मूल्यांकन के बाद 20 स्टार्टअप और 30 नवाचार विचारों का चयन किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम में चयनित टीमें जूरी पैनल के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत करेंगी। प्रथम दिवस विभिन्न कॉल्लेग, विश्वविद्यालाओं, मेडिकल, पैरामेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र- छात्रायें विशेषज्ञों से अपनी जिग्यसनों हेतु सीधा संवाद करेंगे। तीन समानांतर सत्रों में विद्यार्थी अपने नवाचार विचारों को प्रस्तुत करेंगे। समापन समारोह में देश के प्रख्यात वैज्ञानिक एवं कृषि वैज्ञानिक चयन बोर्ड दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार मुख्य अतिथि के रूप कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। मंडलायुक्त एवं नगर आयुक्त के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय विश्वविद्यालय करेंगें।कॉलेज छात्रों के लिए बुन्देलखंड की सबसे बड़ी उद्यमिता प्रतियोगिता “यंग इन्नोवेटर्स कॉन्क्लेव एवं हैकाथॉन 2.0 -2024′ में देश भर के 50 टीमें चयनित की गई है। इसमें दो श्रेणी में चयन किया गया , प्रथम श्रेणी में नवोन्मेषी विचार ओर द्वितीय श्रेणी में स्टार्टअप्स । ज्यादातर युवा इनोवेटर्स इसमें हिस्सा लेगें। शीर्ष 4 युवा इनोवेटर्स दोनों श्रेणी में अपने आइडिया प्रदर्शित कर पुरष्कृत किये जाएगें जिसमे महिला श्रेणी अलग से रखी है । द्वितीय दिवस 3 सामंतर सेशन में प्रतिभागी अपने नवाचार आईडिया पिचिंग जूरी के सामने बतायेंगे। अंत में 3 टीमों को पुरस्कार दिया जाएगा। जिसे चयनित टीमे जूरी के पैनल के सामने अपने अपने विचार प्रस्तुत करेगे ।पुरस्कार विवरण आयोजन के अंत में विजेता टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा।• स्टार्टअप श्रेणी: प्रथम पुरस्कार ₹1 लाख, द्वितीय ₹50 हज़ार, तृतीय ₹21 हज़ार।• महिला श्रेणी: ₹21 हज़ार।• नवाचार विचार श्रेणी: प्रथम ₹15 हज़ार, द्वितीय ₹10 हज़ार, तृतीय ₹5 हज़ार और एक महिला पुरस्कार ₹5 हज़ार।इस आयोजन से बुंदेलखंड में नवाचार और तकनीकी प्रगति की एक नई दिशा स्थापित होगी, जो इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर और उन्नत बनाने में सहायक होगी।युवा नवोन्मेषी समागम: बुंदेलखंड में विकास और नवाचार का नवप्रवाहबुंदेलखंड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक समृद्धि के साथ, कृषि एवं प्राकृतिक संसाधनों से यह क्षेत्र तकनीकी और नवाचार के नए आयामों को अपनाते हुए प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए युवा नवोन्मेषी समागम और राइज झाँसी हैकाथॉन 2.0 का आयोजन किया गया है। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है, बल्कि नवाचार और स्टार्टअप्स के माध्यम से बुंदेलखंड में रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना भी है। कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार, निदेशक शिक्षा, RLBCAU ने इस अवसर पर कहा, “बुंदेलखंड जैसे क्षेत्र में नवाचार की अपार संभावनाएं हैं। यह आयोजन युवाओं में आत्मनिर्भरता, समस्या-समाधान की क्षमता और स्टार्टअप के लिए उपयुक्त दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास है। हमारा उद्देश्य है कि युवा रोजगार लेने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें।” उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम बुंदेलखंड के युवाओं को उनकी सृजनशीलता और नवाचार की क्षमता को पहचानने का अवसर प्रदान करेगा।डॉ. मनमोहन डोबरियाल, कार्यक्रम सचिव, ने बताया कि इस समागम में देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के अनुभवों से युवा लाभान्वित होंगे। “यह आयोजन न केवल युवाओं को अपनी योजनाओं को प्रस्तुत करने का मंच प्रदान करेगा, बल्कि विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त कर उन्हें साकार करने का अवसर भी देगा,” उन्होंने कहा। कार्यक्रम सह-सचिव डॉ. प्रशांत जाम्बुलकर, डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. हर्षा हेगड़े, चंद्र भूषण और डॉ. श्रीधर पाटिल ने बताया कि आयोजन के दौरान नवाचार और तकनीकी विचारों को साकार करने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। “यह आयोजन युवाओं को नई सोच और तकनीकी के माध्यम से चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए प्रेरित करेगा,” उन्होंने साझा किया।कार्यक्रम के माध्यम से नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, रोबोटिक्स, सटीक खेती, जैविक उत्पादन, और वानिकी आधारित उद्यमों में नए आयाम स्थापित किए जाएंगे।युवा नवोन्मेषी समागम और राइज झाँसी हैकाथॉन 2.0 न केवल युवाओं की रचनात्मकता को मंच प्रदान करता है, बल्कि बुंदेलखंड के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए एक नई दिशा भी प्रदान करता है। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से इस क्षेत्र में नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से विकास के पंख लगाएगा।इस अवसर पर डॉ. एसके चतुर्वेदी, डॉ आरके सिंह, डॉ वीपी सिंह, डॉ मनीष श्रीवास्तव, डॉ. एसएस कुशवाह, डॉ. गौरव शर्मा, डॉ. आरपी यादव, डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ अमित कुमार सिंह, डॉ. बृज बिहारी शर्मा, डॉ शुभा त्रिवेदी, डॉ. प्रभात तिवारी, डॉ. संजीव कुमार, सुजीत चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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