झाँसी। बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन प्रा० लि० द्वारा 29 अक्टूबर 2024 को श्री लक्ष्मी व्यायाम मंदिर के नवनिर्मित स्टेडियम हॉल में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं स्वास्थ्य समारोह का आयोजन बड़े हर्ष और उल्लास के साथ किया गया। सर्वप्रथम भगवान धन्वंतरी की पूजा-अर्चना शास्त्रोक्त विधि-विधान से संपन्न की गई। इस पावन अनुष्ठान का नेतृत्व बैद्यनाथ प्रतिष्ठान के संयुक्त प्रबंध निदेशक, सांसद अनुराग शर्मा ने किया। उनके साथ प्रतिष्ठान के कार्यकारी निदेशक अतुल शर्मा, अभिनव गौड़ और प्रशांत शर्मा भी इस शुभ कार्य में सम्मिलित हुए। इस विशेष अवसर पर बैद्यनाथ प्रतिष्ठान ने विभिन्न जनपदों के आयुर्वेद विद्वान चिकित्सकों को आमंत्रित किया था, जिन्होंने अपने ज्ञान और अनुभव के साथ इस समारोह में भाग लिया। स्वागत भाषण में आयुर्वेद की महिमा और आधुनिक युग में इसके महत्व पर व्यापक चर्चा की गई, जिससे जन-मानस को आयुर्वेद के विषय में गहरी जानकारी प्राप्त हुई। इसके साथ ही, उन समर्पित और विद्वान आयुर्वेद चिकित्सकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में अनूठा योगदान दिया है। समारोह के दौरान डॉ अनिल मंगल ( ग्वालियर ) , डॉ उमा मंगल ( ग्वालियर ), डॉ अनिल कुमार गुप्ता ( पोरसा ) , डॉ अंकुर दिक्षित ( झांसी ) डॉ राजेश निरंजन (कोच, जनपद जालौन) डॉक्टर एस एस पटेल ( महोबा ) ,डॉ पी एन सिंह (कोच ,जालौन ) , डॉ अंकित श्रीवास्तव ( झांसी ), डॉ दीपिका प्रकाश ( कुलपहाड़) , डॉ पूनम अग्रवाल ( झांसी )को उनके सराहनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र, भगवान धन्वंतरी का चित्र, श्रीफल, शॉल आदि प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान बैद्यनाथ प्रतिष्ठान के संयुक्त प्रबंध निदेशक और झाँसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा एवं अतुल शर्मा के कर-कमलों से दिया गया। आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए, श्री बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन प्रा० लि० के समर्पण और आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के लिए की जा रही उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की। वैद्यों ने कहा कि वर्तमान समय में आयुर्वेद को पुनः प्रतिष्ठित करना समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आयुर्वेदिक जीवनशैली अपनाकर स्वस्थ और निरोगी रहा जा सकता है। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट वैद्यों ने अपने विचार रखते हुए आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया।सांसद अनुराग शर्मा ने अपने उद्बोधन में बैद्य समाज के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि आयुर्वेद भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है और इसका महत्त्व युगों से हमारे समाज में बना हुआ है। उन्होंने विशेष रूप से कोरोना महामारी के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वैद्यों द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना की। शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद को पुनर्जीवित और अधिक प्रभावी बनाने के लिए हमें वैद्य समाज के कार्यों को समर्थन देना चाहिए। इस समारोह में, बैद्यनाथ प्रतिष्ठान द्वारा एक विशेष स्वास्थ्य प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें स्वस्थ रहने से संबंधित दिशा-निर्देश, दिनचर्या, ऋतुचर्या और खान-पान पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया। प्रदर्शनी में आयुर्वेदिक उपचार, औषधियों और स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक जानकारियों को बड़े ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया। इस प्रदर्शनी में जन-मानस के लिए सजगता और स्वास्थ्य रक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण साहित्य भी उपलब्ध कराए गए, जिन्हें आगंतुकों ने खूब सराहा। इस समारोह में विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ आयुर्वेद के प्रति जागरूक नागरिकों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। समारोह का समापन आयुर्वेद के प्रचार और प्रसार की भावना के साथ हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता ङॉ जगजीवन राम (क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी) ने की तथा इस अवसर पर दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री डॉ हरगोविंद कुशवाहा , डॉ नीति शास्त्री , डॉ अनिल कुमार गुप्ता ,डॉ पी न सिंह , डॉ राजेश निरंजन , डॉ अनिल मंगल डॉ उमा मंगल जी, डॉ एस एस पटेल जी, डॉ पूनम अग्रवाल जी, डॉ अंकुर दिक्षित जी ,डॉ अमित, बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन प्राइवेट लिमिटेड झांसी के पदस्थ अधिकारी गण , एवं महा नगर की वरिष्ठ सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






