झांसी। अधिशासी अभियंता बेतवा प्रखंड उमेश कुमार ने अवगत कराते हुए कहा कि खण्ड द्वारा ढुकुवां वीयर तथा सम्बद्ध संरचनाओं का अनुरक्षण एवं संचालन किया जाता है। वीयर के डाउनस्ट्रीम में नदी पारगमन हेतु रपटा (कॉजवे) विद्यमान है, जो विगत वर्षों में बाढ़ निस्कासन में क्षतिग्रस्त हो चुका था। बाढ़काल में उक्त रपटे (कॉजवे) पर आवागमन निषेद्य रहता है तथा क्षेत्रीय जनता द्वारा इस रास्ते के वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में (उगरपुर चौक-ग्लोरागुन्देरा-पवाजी रोड-झरर घाट वाला रोड़) प्रयोग में लाया जाता रहा है।
वर्तमान में रपटा पर सुरक्षित पारगमन हेतु उसके पुनरोद्धार का कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इस सम्बन्ध में अधीक्षण अभियन्ता, चतुर्थ मण्डल सिंचाई कार्य, झॉसी द्वारा दिनांक 04.01.2024 को स्थलीय निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया गया है कि आर०सी०सी० कार्य के दौरान स्थानीय लोगों के नदी के पारगमन हेतु रपटा (कॉजवे) पर सुरक्षा के दृष्टि से आवागमन पूर्णतः निषेद्य किया जाये ताकि उक्त कार्य को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा किया जा सके।
अधिशासी अभियंता बेतवा ने बताया कि दिनांक 20.01.2024 से रपटे (कॉजवे) पर आर०सी०सी० कार्य प्रारम्भ किया जाना है, जिसे लगभग आगामी 45 दिवस में पूर्ण किया जाना लक्षित है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में प्रस्तावित कार्य अवधि में बाढ़काल की भांति पारगमन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में उक्त मार्ग (उगरपुर चौक-ग्लोरागुन्देरा-पवाजी रोड-झरर घाट वाला रोड़) का प्रयोग में लाया जाना नितान्त आवश्यक है।
अतः समस्त क्षेत्र वासियों से अनुरोध है कि जन सामान्य सुरक्षित आवागमन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में उगरपुर चौक-ग्लोरागुन्देरा- पवाजी रोड-झरर घाट वाला रोड प्रयोग में लाया जाना सुनिश्चित करें।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






