झांसी। कुख्यात अपराधी माफिया गुलशन यादव पर लगे सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप पर गठित की गई राजस्व और नगर की टीम ने मौके पर पहुंच कर जमीन की जांच पड़ताल करते हुए सात हजार वार्गफुट की सरकारी जमीन निकाली है। वही कुछ लोगों ने नगर निगम की जमीन नापने वाली टीम पर भू माफियों को बचा कर फर्जी तरीके से नाप कर उनकी खुद की जमीन को सरकारी जमीन घोषित करने का आरोप लगाया है।गुरुवार को राजस्व विभाग की तहसील, नगर निगम और पुलिस टीम की लहर गिर्द खोड़न पहुंची ओर हाईवे पर नहर किनारे लगी जमीन की नाप खोज करते हुए सात हजार वर्ग फुट जमीन सरकारी बताते हुए नाप की। नगर निगम अफसरों ने बताया की ग्वाल टोली निवासी आकाश यादव ने शिकायत की थी की माफिया गुलशन यादव ने सरकार की करोड़ों कीमत की जमीन पर अवैध कब्जा कर भैंसों का तबेला बना रखा है। इस शिकायत पर पहुंची नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम ने जमीन की नाप करते हुए सरकारी सात हजार वर्ग फुट की जमीन निकाली। वही सीपरी बाजार के प्रेमगंज निवासी रामकिशोर दिवेदी ने आरोप लगाते हुए बताया की नगर निगम की टीम ने भू माफिया सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को बचाते हुए उनकी जमीन संख्या 509.511.517 की नाप की। यह जमीन जबकि उनकी खुद की है और वह चालीस साल से खेती करते चले आ रहे। भू माफियाओं ने सरकारी कुआ को बंद इसलिए कर दिया क्योंकि वहां सही चिन्ह से नाप न हो सके। नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम ने सही चिन्ह से नाप नही की है। जिससे उनकी जमीन को सरकारी बताया जा रहा जबकि भू माफिया जिस जमीन पर कब्जा किए है उसकी नाप नही की गई।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






