झाँसी ।बुन्देलखण्ड भारत की हृदय स्थली है और अपनी प्राचीनसंस्कृति एवं विरासत के चलते पर्यटन की असीम सम्भावनायें अपने अन्दर समेटे हुए हैं। ये उद्गार डा० एस०के० दुबे क्षेत्रीय पुरातत्वअधिकारी ने सुशान्त यूनिवर्सिटी गुरुग्राम हरियाणा से आये स्कूल ऑफ प्लानिंग एण्ड डिवलपमेन्ट के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।भारतीय सांस्कृतिक निधि न्यास के संयोजक राजीव शर्मा द्वारासंग्रहालय सभागार में आयोजित कार्यशाला में डा० एस०के० दुबे द्वारा सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड के ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी छात्र-छात्राओं को दी गयी।प्रो० हिमाद्री शेखर डे, प्रो० रिया कपूर एवं प्रो0 इशानी गर्ग के नेतृत्व में आये छात्रों के दल ने बताया कि वे झाँसी के मास्टर प्लान और इन्फा स्ट्रक्चर परकाम करने यहाँ आये हैं। यहाँ पर्यटन की अपार सम्भावनायें हैं परन्तु उसकी बेहतरी के लिए हमें और क्या क्या करना चाहिये जिससे ज्यादा से ज्यादा पर्यटक झाँसी आ सकें।ऐतिहासिक धार्मिक तथा रोमांचक पर्यटन के लिए झाँसी बेहतरीन स्थल है इसीलिए उन्होंने झाँसी को चुना है।कार्यशाला में स्वाति सिसोदिया, नमन गोलचा ,वंशिका वशिष्ठ, रिजुला खन्ना, राशि शर्मा तथा रिया वरून ने विचार व्यक्त किये। आभार व्यक्त इंटेक संयोजक राजीव शर्मा ने किया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






