लखनऊ(झांसी)। घनाराम इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड और उनके सहयोगियों के यहां आईटी टीम द्वारा झांसी और कई जिलों में की गई छापेमारी में टीम को गैर विपरीत विविध लेनदेन का उपयोग मुनाफे को कम करने के लिए किया गया ऐसे अहम दस्तावेज और साक्ष्य टीम को हाथ लगे है। फिलहाल अभी टीम की कार्यवाही जारी है। जारी किए गए एक प्रेस नोट में बताया गया की घनाराम इंफ्रा 10.13 करोड़ नकदी और 5.16 करोड़ के आभूषण मिले है। साथ ही सहयोगियों ने अपनी स्वेच्छा से 153 करोड़ की अतिरिक्त आय पेश की है। फिलहाल टीम ने यह बता दिया की कई अहम दस्तावेज और साक्ष्य उनके हाथ लग गए है। अभी कार्यवाही पूरी नही हुई, जांच पड़ताल जारी है। आपको बता दे की समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी श्याम सुंदर सिंह व उनका परिवार घानाराम इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड झांसी के नाम से कारोबार चलाते है। जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया की 3.08.2022 को झांसी स्थित एक सिविल ठेकेदार और रियल एस्टेट बिल्डरों और डेवलपर्स पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया गया। झांसी, दिल्ली, लखनऊ, गोवा और कानपुर में 35 परिसरों में तलाशी ली गई। खोज के दौरान गैर-मौजूद और असत्यापित विविध लेनदारों और क्वांटम के फर्जी खर्च लगभग। 250 करोड़ रुपए मिले। जांच से पता चला कि इन गैर-विवरणित विविध लेनदारों का उपयोग मुनाफे को कम करने के लिए किया गया था। फर्जी अनुबंध खर्च के संबंध में और सबूत भी सामने आए हैं। इनमें से अधिकांश लेन-देन लाभ को कम करने के लिए वर्ष के अंत में पारित किए गए थे।इसके अलावा बही-खातों से नकद प्राप्तियों और 200 करोड़ रुपये की राशि के भुगतान का संकेत देने वाले आपत्तिजनक दस्तावेज पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। करोड़ों रुपये के ऐसे नकद लेनदेन में कई तीसरे पक्षों के नाम भी सामने आए हैं. एकत्र किए गए साक्ष्य से पता चलता है कि इन संस्थाओं द्वारा किए गए भूमि और अचल संपत्ति सौदों में करों से बचने के लिए स्टांप शुल्क के अलावा नकद लेनदेन शामिल थे। इसके अलावा तलाशी के दौरान तीसरे पक्ष की बहुत सारी रजिस्ट्रियां जब्त की गई हैं और उनकी जांच की जा रही है। कवर किए गए बिल्डरों ने काम के पर्याप्त समापन के बावजूद लेखा मानकों के अनुसार आय की पेशकश नहीं की है।तलाशी अभियान के परिणामस्वरूप 15.74 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है, जिसमें से 10.13 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए हैं। इसके अलावा 5.61 करोड़ रुपये के आभूषण और कीमती सामान भी जब्त किया गया है।तलाशी के दौरान शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं ने स्वेच्छा से 153 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय की पेशकश की है। आगे की जांच जारी है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






