झांसी। एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस को हाइटेक बनाने का भरकस प्रयास करते हुए कई योजनाएं, चला रही हैं, अत्याधुनिक हथियारों से लैस कर रही, नए नए कानून बनाकर अपराधियों में खौफ पैदा करने का कार्य कर रही है, वेतन बढ़ोत्तरी, प्रमोशन भी लगातार दे रही। वही यूपी के जिला झांसी में तैनात एक इंस्पेक्टर को चौराहे पर खड़े होकर चाय बेचना पड़ रही। इस दौरान इंस्पेक्टर ने दो बजे से शाम छ बजे तक चार घंटे में तीन सौ रुपए कमाए। इंस्पेक्टर बोला परिवार पालने के लिए यह सब करना पड़ रहा। दर असल निलंबित इंस्पेक्टर ने खोली चाय की दुकान कहा उत्पीड़न के चलते निलंबित हुआ था। अब परिवार चलाने के लिए धंधा जरूरी है। इसलिए चाय बेच रहा हूं। झांसी पुलिस लाइन में तैनात निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने रविवार को इलाईट चौराहा पहुंच कर चाय का बनाकर बेचने का धंधा शुरू कर दिया। इस दौरान इंस्पेक्टर मोहित यादव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनका विभाग द्वारा जबरन उत्पीड़न किया जा रहा है। जबरन उनकी विभागीय जांच खोली जा रही। उनका ओर उनकी पत्नी का मोबाइल टैप किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन में हुई घटना में उन्हीं के खिलाफ मुकदमा लिख दिया गया ओर उनका मुकदमा नहीं लिखा। उनका आरोप है कि पुलिस विभाग में उन्हें जबरन उत्पीड़न किया जा रहा है। उनका कहना है उन्हें बिना किसी निष्पक्ष जांच के उन पर कार्यवाही कर उन्हें निलंबित कर दिया गया। निलंबित के चलते अब उन्हें वेतन नहीं मिलेगा। इसलिए वह अपने ओर परिवार का पेट पालने के लिए कुछ तो करना था। इसलिए उन्होंने अब चाय की दुकान खोल ली है। आपको बता दे कि इंस्पेक्टर मोहित यादव क्राइम ब्रांच ने तैनात थे। बीते दिनों पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक से विवाद के दौरान उन्हें निलंबित कर दिया गया था और मुकदमा दर्ज कर दिया गया था।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






