

झांसी। ललितपुर एसपी मोहम्मद मुस्ताक द्वारा लगातार की जा रही चिट फंड कंपनी lucc के खिलाफ कार्यवाही में एक के बाद एक बड़ी मछली फसती जा रही है। गरीब और भोले भाले लोगों की खून पसीने से कमाई गई गाड़ी कमाई को उन्हें बेवकूफ बनाकर उनके रुपए हड़प कर जाल साज़ जमीनों की खरीद फरोख्त में लगाकर मोटा मुनाफा कमाते थे। अब तक की कार्यवाही में ललितपुर पुलिस 22 लोगों को जेल भेज चुकी इसके बावजूद विवेचना जारी है। इस विवेचना में जाल साजो का गिरोह उत्तर प्रदेश के जिला झांसी और मध्यप्रदेश के जिला इंदौर में भी फैला हुआ था। इसका खुलासा दो ओर आरोपी झांसी के जमीन कारोबारी राजू बरसैंया ओर इंदौर के जमीन कारोबारी परीक्षित पारसे की गिरफ्तारी के बाद हुआ। Lucc प्रकरण में जांच कर रही ललितपुर पुलिस ने lucc प्रकरण में जांच के दौरान झांसी के कोतवाली इलाके के मोहल्ला पन्ना लाल निवासी राजेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ राजू बरसैंया ओर इंदौर के परीक्षित पारसे को गिरफ्तार को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया। ललितपुर पुलिस ने जारी किए गए प्रेस नोट में बताया कि अभियुक्त राजेंद्र कुमार गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि वह लोग फर्जी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर lucc चिट फंड कम्पनी खोल कर जगह जगह एटीएम लगाकर उत्तर प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश के भी लोगों को गुमराह करते थे। ताकि लोगों को यह लगे कि lucc चिट फंड कंपनी नहीं बल्कि बैंक जैसी सुविधा है। इसी झांसे में आकर लोग lucc में रुपया लगाते थे। इस रुपए को वह लोग झांसी में एक भास्कर इंफ्रा के नाम से कंपनी बनाकर जमीनों में पैसा लगाते ओर मोटा मुनाफा कमाते है। वही इंदौर अपराजित हाउस इंद्रपुरी कॉलोनी भंवर कुआं निवासी परीक्षित पारसे ने पूछताछ में बताया कि वह लोग समीर अग्रवाल के साथ मिलकर अलग अलग स्थानों भारत के कई राज्यों में लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर lucc ने लोगों का पैसा लगाते थे। फिर उसी पैसे को झांसी मंगवा कर जमीनों की खरीद फरोख्त में लगाते थे। पुलिस ने दोनो आरोपियों को जेल भेज दिया है। सूत्र बताते है कि राजेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ राजू बरसैंया की गिरफ्तारी के बाद अभी झांसी के कई बड़े जमीन कारोबारी भी इस जाल में फंस सकते है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






