Home उत्तर प्रदेश जनपद/प्रदेश से कुपोषण खत्म करना शासन की प्राथमिकता : मुख्य विकास अधिकारी

जनपद/प्रदेश से कुपोषण खत्म करना शासन की प्राथमिकता : मुख्य विकास अधिकारी

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झांसी। आज मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने सोमवार को बाल विकास परियोजना बड़ागांव के आंगनवाड़ी केंद्र मैरी में राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके तहत जनपद के बच्चों, किशोरियों व महिलाओं के पोषण के स्तर में सुधार के लिए कार्य किए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी ने सोमवार को राष्ट्रीय पोषण मिशन -2024 का शुभारंभ किया। इस मौके पर जहां कुपोषण मुक्त जनपद बनाने के अभियान में अधिकारियों से जुड़ने अपील की, वहीं कुपोषण के खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान को एक जनआंदोलन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश से कुपोषण मिटाना एक बड़ी चुनौती है, इसलिए सभी को मिलकर इस चुनौती से पार पाना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र अथवा प्रदेश तब तक समृद्ध नहीं हो सकता जब तक उसकी राष्ट्रीय आधारशिला मजबूत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मां कुपोषित है तो बच्चा कभी सुपोषित नही हो सकता, इसलिए मां के साथ बच्चों केस्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। बालविकास परियोजना बड़ा गांव के आंगनवाड़ी केंद्र मैरी में आयोजित पोषण माह के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने पोषणमुक्त भारत के अभियान से सभी से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश के लिए कुपोषण मिटाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि छह वर्षों में बाल विकास एवं पुष्ठाहार विभाग की योजनाओं के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इसलिए पोषण माह को चार श्रेणियों में बाटकर संचालित करने का फैसला किया गया है। पहले सप्ताह में पोषण वाटिका पर पौधाकरण, दूसरे सप्ताह में आंगनबाड़ी लाभार्थियों को पोषण किट वितरण, तीसरे सप्ताह में योग और आयुष और चौथे सप्ताह में सैम बच्चों की पहचान और उनके लिए सामुदायिक रसोई का निर्माण का विशेष अभियान जनपद में चलाया जाएगा। अपने संबोधन में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने कहा कि हम सबको जोड़कर इस अभियान को सफल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि देश व प्रदेश को सशक्त, सक्षम एवं समृद्ध बनाने के लिए महिलाओं,बालिकाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों के प्रभावी संचालन के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण दूर करने सम्बन्धी कार्यक्रमों के परिणामों का अध्ययन कराकर उन्हें और बेहतर बनाया जा सकता है। कुपोषण से छुटकारा दिलाने में जनसहभागिता की उपयोगी भूमिका है। उन्होंने सुझाव दिया कि गांव में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां एक-एक कुपोषित बच्चे को गोद ले सकती हैं। राष्ट्रीय पोषण माह 01 सितम्बर से 30 सितम्बर 2024 तक जनपद झॉसी के सभी केन्द्रों पर मनाया जायेगा। आज कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान केन्द्र पर दो गर्भवती महिलाये रोशनी पत्नी मोहन, अंजू पत्नी सुरेन्द्र की गोदभराई एवं दो बच्चे सनी पिता मोनू, दीपाली पिता हुकुम का अन्नप्राशन कराया गया। इस अवसर पर विभागीय स्टॉल लगाकर पोषाहार से निर्मित व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया एवं स्वास्थ विभाग का स्टॉल लगाकर स्वास्थ्य जाँच की गयी। कार्यक्रम के अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक मेघवाल बेसिक शिक्षा अधिकारी विपुल शिव सागर, एसीएमओ डॉ0एन के जैन, जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन मैत्रेय, एमओआईसी वैभव पुरोहित, एबीएसए सुश्री अन्मिता सिंह, सीडीपीओ देवेन्द्र निरंजन, सीडीपीओ श्रीमती स्नेह गुप्ता उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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