झांसी। आज कलेक्ट्रेट स्थित नवीन नवीन सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन/उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत बैंक शाखा प्रबंधकों का एक दिवसीय वित्त एवं वित्तीय समावेशन पर उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि बैंक द्वारा स्वयं बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर विधिवत शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि बैंकर्स कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विभिन्न बैंक शाखा प्रबंधकों को उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित कार्यक्रमों से अभिभूत कराना है।जिससे शाखा प्रबंधकों एवं समूह के मध्य तालमेल बैठाया जा सके एवं समूह की महिलाएं समूहों के बचत खाता खोलने, ऋण प्राप्त करने एवं अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु बैंकों में आसानी से पहुंच सकें। साथ ही इस कार्यक्रम से शाखा प्रबंधकों को उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी और इस कार्यक्रम से बैंक एवं समूह के मध्य सामंजस्य स्थापित होगा जो एक पुल का कार्य करेगा, जिससे महिलाएं बिना किसी रूकावट के बैंकों में पहुंच सकती हैं और अपने परिवार में बैंक की मदद से ऋण प्राप्त कर आजीविका के नए संसाधन बढ़ा सकती हैं। जिलाधिकारी ने नवीन सभागार में आयोजित एक दिवसीय बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला में उपस्थित समस्त जिला मिशन प्रबंधक, बैंकर्स और ब्लॉक मिशन मैनेजर को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य तभी पूर्ण होगा जब क्षेत्र में समूह कि महिलाओं को योजनांतर्गत ऋण प्राप्त करने में समस्या न हो,उन्होंने कहा कि बैंक से ऋण प्राप्त न होने पर ही योजनाएं असफल हो रहीं हैं। उन्होंने बैकर्स को सामाजिक दायित्वों का पाठ पढ़ाते हुए कहा की प्राथमिकता वाली योजनाओं के आवेदनों पर संवेदनशील होकर कार्य करें। यदि कोई कमी है तो उसे एक बार में ही आवेदनकर्ता को बता दें ताकि उस कमी को जल्द दूर कर सके। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा आवेदन निरस्त करने की स्थिति भी बेहद चिंताजनक है। इसे दूर करें, मात्र आवेदन में कमियाँ न निकालें। कमियों को दूर करने की भी जानकारी आवेदनकर्ता को देना सुनिश्चित करें।उन्होंने बैंकर्स से भी अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव लाए जाने का सुझाव दिया ताकि समूह की महिलाओं के माध्यम से क्षेत्र में विकास हो। सूक्ष्म वित्त एवं वित्तीय समावेशन हेतु बैंकर्स की एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के प्रचार और सफलता के लिए कार्यशाला हो रही है। उन्होंने कहा कि समूह सखी को भी बैंक से समस्याएं होती हैं,यही स्थिति बैंकर्स की भी है। इसे कार्यशाला में सुलझाया जाना है। उन्होंने कहा की लखपति दीदी में भी बैंकर्स का रोल अहम है और जो लक्ष्य निर्धारित है उसे पूर्ण करने के लिये बैकंस का सहयोग अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उनकी भूमिका से ही हम अपने लक्ष्य को पूर्ण कर सकेंगे। विकास भवन सभागार में आयोजित उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला में हैदराबाद से आए नेशनल रिसोर्स पर्सन शुभंकर झा एंव एम पी सिंह ने उपस्थित समस्त बैंकर्स, जिला मिशन प्रबंधक, ब्लाक मिशन प्रबंधक सहित उपस्थित अधिकारियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के उद्देश्य की जानकारी दी। उन्होंने बैंकर्स यूपीएसआरएलएम टीम को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के वित्तीय समावेशन कार्यों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को बिना समस्या के ऋण कैसे मिले, ऋण का उपयोग और उसकी वापसी में बैंकर्स की क्या भूमिका है। डिजिटल लेनदेन के लिए भारत सरकार की नए आईटी पोर्टल को कैसे इस्तेमाल करना है की बिंदुवार जानकारी दी। जन समर्थ पोर्टल की भी जानकारी उन्होंने कार्यशाला में दी। इसी क्रम में ब्लॉक मिशन प्रबन्धक श्रीमती काशी प्रजापति बंगरा, बृजेश पाठक मऊरानीपुर, अमित कुमार जैन चिरगांव को एंव बैंक सखी कुमारी रेखा चिरगांव/ टहरौली, श्रीमती सीमा अहिरवार बंगरा, श्रीमती रिंकी पांडेय बड़ागाँव में एवं श्रीमती रोशन चिरगांव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। एक दिवसीय बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला में डीसी एनआरएलएम ब्रज मोहन अम्बेड ने मुख्य अतिथि सहित बैंकर्स, समूह की सखियाँ एवं नेशनल रिसोर्स पर्सन का स्वागत करते हुए कार्यशाला के उद्देश्य एंव अन्य विभिन्न बिंदुओं पर तकनीकी जानकारी दी। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला का सफल संचालन का सफल संचालन सचिन वर्मा जिला प्रबंधक एनआरएलएम ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद,अग्रणी जिला प्रबंधक अजय कुमार शर्मा और विभिन्न बैंकों के अधिकारी सहित समस्त जिला मिशन प्रबंधक ब्लॉक मिशन प्रबंधक मौजूद रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






