July 27, 2024

माननीय जीत की खुशी में मस्त, जनता सरकारी सुविधाओं को लेने में हो रही त्रस्त जिला अस्पताल में नही मिलते कर्मचारी, व्हील चेयर में ताले पड़े तीमारदार खुद उठाते है मरीजों का बोझ

झांसी। भले ही जनता ने विश्वास पर खरे उतर कर योगी सरकार को दूसरी बार उत्तर प्रदेश की कमान सौंप दी। लेकिन आज भी जनता सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए परेशान ओर चक्रघिन्नी बनी हुई है। माननीय चुनाव जीतने के बाद खुशियां मनाने में मस्त है, लेकिन हाल ए जिला अस्पताल की असुविधाओं को लेकर जनता त्रस्त हो रही। तीमारदारों को स्टेक्टर नही मिलते ओर व्हील चेयर में कर्मचारी ताले डाल कर रखते है। जिससे मरीजों को तिमार दार ही अपनी पीठ पर बैठा कर बोझ झेलते है।एक और जहां योगी सरकार जनता को स्वास्थ्य लाभ के लिए लगातार योजनाएं चला रही ओर पानी की तरह पैसा बहा रही। लेकिन योगी सरकार की इस मंशा पर धरातल पर जमकर पानी फेरा जा रहा। जनपद झांसी में स्थित जिला अस्पताल में सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के मरीजों की भारी संख्या रहती है। लेकिन जिला अस्पताल में सुविधाओ के नाम पर मरीजों का उत्पीड़न किया जाता है। पैर से विकलांग या हाथ पैर टूटे मरीजों को एक्सरा कराने के लिए हॉस्पिटल में रखी व्हील चेयर उपलब्ध नहीं कराई जाती।

कर्मचारी व्हील चेयर में ताले डालकर गायब रहते है। या तो तीमारदार दो सौ से तीन सौ रुपया देंगे तभी कर्मचारी मरीज को व्हील चेयर उपलब्ध कराते है, गरीब मरीज जिसके पास पैसा नहीं होता वह केवल व्हील चेयर पर बैठ कर ताले खुलने का इंतजार करता है तब तक डॉक्टर उठ कर चले जाते है। अगर मरीज को समय पर दिखाना है समय पर जांच करानी है तो या तो कर्मचारियों को रुपया दो नही तो तीमारदार अपनी पीठ पर बैठा कर उसका बोझ उठाते है। वही वार्ड बॉय भी मरीजों को लाने ले जाने से इंकार करते है। वही जिला अस्पताल में पूछताछ केंद्र या समस्या के समाधान के लिए बनी विंडो भी खाली रहती है, कर्मचारी सुनवाई करने वाले गायब रहते है, इस जिला अस्पताल में मरीज और तीमारदारों की समस्याएं सुनने वाला कोई नहीं। कईयों बार जिला अस्पताल के आलाधिकारियों को भी फोन पर सूचित किया जाता है उसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं होती। जिला अस्पताल का हाल बेहाल है, माननीय चुनाव जीतने के बाद खुशियों में मस्त है, अस्पताल जाने वाली जनता योजनाओं का लाभ लेने के लिए त्रस्त है। सबसे बड़ी बात यह भी है, जब बड़े बड़े अधिकारी निरीक्षण करने जिला अस्पताल पहुंचते है तो उन्हे सब कुछ ओके मिलता है। अगर उनके निरीक्षण सही है यह तो खबर में दर्शाई गई तस्वीरें बता रही है।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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