July 27, 2024

जब मासूम बेटे को गले लगाकर बिलखती मां को देख नम हुई आंखें

झांसी। बाल कल्याण समिति के प्रयास से आखिरकार एक तीन वर्षीय बच्चे को अपनी मां के आंचल की छांव मिल ही गयी। मासूम बेटे को पाकर माँ की आंखों से बहते आंसुओं को देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गई। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि हरपालपुर निवासी गोमती देवी का विवाह रानीपुर में हुआ था। आपसी मनमुटाव के चलते विगत 5 जनवरी को उसका अपने पति से तलाक हो गया।तलाक की शर्तों के अनुसार तीन वर्षीय पुत्रआर्यंश को मां के संरक्षण में सौंपा जाना था। पर किन्हीं कारणों के चलते ससुरारी जनों द्वारा बच्चे को माँ गोमती को नहीं सौपा गया।परेशान गोमती देवी ने वनस्टाप सेन्टर की प्रभारी प्रीति त्रिपाठी से सम्पर्क किया और उनके साथ आकर बाल कल्याण समिति के समक्ष 18 मई को बच्चा दिलाने हेतु प्रार्थनापत्र प्रस्तुत किया ।समिति द्वारा गोमती देवी के ससुरालियों को तलब कर पुत्र आर्यंश को माँ की सुपुर्दगी में देने के आदेश दिये। बच्चा न देने के लिये काफी कुतर्क किये गये और बच्चे को प्रस्तुत ही नहीं किया। आखिर में विधिककार्यवाही की चेतावनी मिलने पर उन्हें बच्चे को उसकी माँ के संरक्षण में देना ही पड़ा, अपने बेटे को पाकर माँ की आंखों से बहते आंसू देख अन्य लोगों की आंखें भी नम हो गई। इसकार्यवाही के दौरान बाल कल्याण समिति की सदस्य परवीन खान, कोमल सिंह,दीप्ति सक्सेना व हरीकृष्ण सक्सेना उपस्थित रहे ।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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