July 27, 2024

गुरु शिष्य की परंपरा निर्माण के लिए कलाकारो की होगी दस दिवसीय कार्यशाला

झांसी। बुंदेलखंड सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता है। यहां के कलाकारों को प्रोत्साहित करने ओर उन्हे लगातार ऊंचे मुकाम पर पहुंचाने के लिए संस्कार भारती और उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी लगातार प्रयास कर रहे है। यहां के कलाकारों को और अच्छा हुनर मिल सके या बाहर के कलाकारों को यहां के कलाकारों से कुछ सीखने को मिले इसके लिए दस दिवसीय कार्यशाला का निशुल्क आयोजन किया जा रहा है।उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी के उपाध्यक्ष पूर्व नगर पालिका चेयर मैन डॉक्टर धन्नू लाल गौतम ने मंगलवार को अपने आवास पर आयोजित की गई पत्रकार वार्ता में बताया की बुंदेलखंड आज भी अछूता है, कुछ कलाकार आए है जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। बाहर के कलाकार और यहां के कलाकारों में गुरु शिष्य की परंपरा का निर्माण करने के लिए माह में कलाकारों की एक कार्यशाला का आयोजन दस दिवस के लिए निशुल्क किया जा रहा है। जिसमे संगीत विधाओं को लेकर नाट्य संगीत तबला वादन नाट्य नृत्य कार्यशाला का आयोजन होगा। यह आयोजन राजकीय संग्रहालय में आर्ट गैलरी में होगा। इसमें जनपद झांसी और बुंदेलखंड के सभी कलाकारों को और बाहर से आने वाले कलाकारों को निशुल्क कार्यशाला कराई जाएगी। लखनऊ से आने वाले कलाकार यहां के कलाकारों को सिखाएंगे भी। यह कार्यक्रम कलाओं के संवर्धन के लिए आयोजित किया जाएगा।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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