झांसी। शादी करने का झांसा देकर कई वर्षों तक उत्पीड़न करने वाले सूरज पाल ने जब गले की फांस बनते देखा तो योजना बद्ध तरीके से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। यह जुर्म स्वीकार करते हुए पुलिस गिरफ्तार में आए आरोपी सूरज पाल ने खुद को दोषी बताया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लिखा पढ़ी करते हुए उसे जेल भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक 16 मार्च की सुबह कोतवाली थाना पुलिस को सूचना मिली की बड़ागांव गेट बाहर निवासी युवती आरती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर घटना का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस का माथा उस समय ठनक गया जब पुलिस मौके पर पहुंची तो युवती का शव फंदे से नीचे उतरा हुआ था। इस पर पुलिस को गहरा शक हुआ। लेकिन युवती के परिजनों द्वारा कोई कारण न बताने पर पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसने आरती की मौत फांसी से नही बल्कि गला दबाने से हुई स्पष्ट हुआ। इस पर पुलिस ने पूरे मामले की गहराई से जांच करते हुए घटना के अगले दिन युवती के परिजनों से पूछताछ की ओर उसके मोबाइल कॉल्स डिटेल की जांच पड़ताल की। साथ ही घटना के समय मौजूद पड़ोसी युवक सूरज पाल का हर समय मौजूद होना पुलिस का शक आत्महत्या की जगह हत्या की ओर गहराता जा रहा था। पुलिस ने जब सूरज पाल को हिरासत में लेकर गहराई से पूछताछ और युवती के भाई से पूछताछ की तो मामला खुल कर सामने आ गया। सूरज पाल ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया की आरती से उसकी दो वर्ष से दोस्ती थी। वह उसे शादी करने का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाता रहा। लेकिन जब आरती ने उस पर जबरन शादी करने का दबाव बनाया और शादी न करने पर उसे जेल भिजवाने की धमकी दी तो सूरज अपनी गले की फांस बनते देख 16 मार्च को सुबह आरती के घर गया और ऊपर वाले कमरे में उसका गला दबाकर हत्या कर दी। यह जुर्म स्वीकार करते हुए सूरज पाल ने पुलिस को बताया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा
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