July 27, 2024

तीनों जनपदों में प्राप्त होने आईजीआरएस संदर्भों के निस्तारण की प्रगति की आयुक्त कार्यालय से की जाएगी विशेष निगरानी: मंडलायुक्त अगले 10 दिनों के भीतर संबंधित कार्मिकों का आईजीआरएस पोर्टल संबंधी प्रशिक्षण आयोजित कर आख्या उपलब्ध कराएं

झाँसी। आज मंडलायुक्त, झाँसी श्री संजय गोयल की अध्यक्षता में आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाले प्रकरणों के निस्तारण की प्रगति संबंधी समीक्षा बैठक जनपद झाँसी, ललितपुर एवं जालौन के नोडल/सह-नोडल अधिकारियों के साथ आयुक्त सभागार में आयोजित की गई। बैठक में मंडलायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नोडल अधिकारी/सह-नोडल अधिकारी आईजीआरएस पोर्टल की जानकारियों से अद्यतन रहें। पोर्टल की सही जानकारी के अभाव में निस्तारण की गुणवत्ता में कमी के कारण शिकायतों में वृद्धि होती है इसलिये अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पोर्टल की जानकारियों से भली-भांति परिचित होना अतिआवश्यक हैं। मंडल के तीनों जनपदों के जिलाधिकारी अगले 10 दिनों के भीतर संबंधित कार्मिकों का आईजीआरएस पोर्टल संबंधी प्रशिक्षण आयोजित कर आख्या उपलब्ध कराएं। बैठक में मंडलायुक्त ने तहसील स्तर पर प्राप्त राजस्व संबंधी प्रकरणों के निस्तारण की गुणवत्ता खराब होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए फटकार लगाई, उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर प्राप्त होने वाले राजस्व संबंधी आईजीआरएस प्रकरणों को लेकर सभी उपजिलाधिकारी गंभीर रहें, अन्यथा की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। अधिकारी संदर्भों के निस्तारण की गुणवत्ता का स्वयं अवलोकन करने के पश्चात ही पोर्टल पर अपलोड करें। तीनों जनपदों में प्राप्त होने वाले आईजीआरएस संदर्भों के निस्तारण के गुणवत्ता की प्रगति की अब आयुक्त कार्यालय से विशेष निगरानी की जाएगी, इसलिए अधिकारी आई०जी०आर०एस० सन्दर्भों का नियमानुसार निस्तारण कराकर गुणवत्तापूर्ण आख्याएं पोर्टल पर गंभीरता के साथ अपलोड कराएं। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारियों द्वारा अधीनस्थ कार्मिकों की आख्या को ही उच्च स्तर पर प्रेषित किया जा रहा है इसलिए अपलोड की जाने वाली आख्याएं सक्षम / नोडल अधिकारी के स्तर से अनुमोदित कराकर अपलोड की जाएं। जिन प्रकरणों में गवाहों के नाम एवं हस्ताक्षर की आवश्यकता है, उनमें गवाहों के नाम एवं हस्ताक्षर स्पष्ट रूप से अंकित किए जाएं। न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों में वाद संख्या, मा० न्यायालय का नाम एवं वाद की अद्यतन स्थिति इत्यादि का विवरण आख्या में अंकित किया जाए। प्रोफाईल विवरण में नोडल अधिकारियों की सूचना नियमित रूप से अपडेट की जाए। रैण्डम गुणवत्ता परीक्षण के अन्तर्गत मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किए जा रहे सी-श्रेणी सन्दर्भों को विशेष रूचि लेकर त्वरित रूप से निस्तारित कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि फीडिंग के समय शिकायतकर्ता का मोबाईल नं0 अनिवार्य रूप से फीड हो, यदि आवेदक के पास मोबाईल नं० नहीं है तो उसके निकटस्थ व्यक्ति का मोबाईल नं0 आवेदन में अंकित करते हुए फीड कराया जाए। शिकायतों का समयान्तर्गत निस्तारण कराया जाए ताकि सन्दर्भ डिफॉल्टर श्रेणी में प्रदर्शित न हों सकें। शान्ति व्यवस्था के प्रकरणों में अक्सर एक जैसी अति संक्षिप्त आख्या लगाकर शिकायतों का निस्तारण कर दिया जाता है, गम्भीर प्रकरणों का नियम संगत निस्तारण कराकर विस्तृत आख्याएं अपलोड की जाएं। उच्चाधिकारियों द्वारा शिकायत के निस्तारण के उपरान्त आवेदक द्वारा दिए गए फीडबैक का गम्भीरतापूर्वक परीक्षण कर शिकायत को निस्तारित किया जाए। बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन श्री सर्वेश कुमार दीक्षित, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे श्री संजय कुमार पांडेय सहित जनपद झाँसी, ललितपुर एवं जालौन के उपजिलाधिकारी तथा अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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