झांसी । मंत्री (सिंचाई एवं जल संसाधन बाढ़ नियंत्रण परती भूमि विकास लघु सिंचाई नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग), उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा हेतु आवश्यक समीक्षा बैठक सर्किट हाउस सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुये मा0 मंत्री जी ने निर्देश दिए कि सभी योजनाओं को अनुबन्धित समय में पूर्ण कर जनोपयोगी बनाना सुनिश्चित करें, बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पेयजल जीवन वरदान है, अतः उक्त योजनाओं के कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी न बरती जाये साथ ही कार्यों को उचित गुणवत्ता से कराया जायें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन मुख्यमंत्री की उच्च प्राथमिकता में शामिल परियोजना है, इसलिए संबंधित अधिकारी अपने दायित्व समय सीमा अंतर्गत पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पेयजल से सम्बन्धित किसी विभाग को यदि कोई समस्या हो तो वह अन्य विभागों के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण करें। पेयजल से जुड़ी परियोजनाओं एवं कार्यो को किसी भी स्तर पर लम्बित न रखा जाये। उन्होने कहा कि जनपद में किसी भी क्षेत्र में पेयजल समस्या यदि हो तो जल संस्थान द्वारा जो भी वैकल्पिक व्यवस्था की जानी है उसे समय से पूरा कर लिया जाये। जल संयोजन घर के अंदर लगाया जाये, इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि गांव में सार्वजनिक भवन, पंचायत भवन, विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र सहित अन्य भवनों में भी जल संयोजन लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत निर्माणाधीन ग्राम समूह पेयजल योजनाओं के सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद झांसी में 10 नग ग्राम समूह पेयजल योजनायें निर्माणाधीन है, जिसमें से 107 योजनाओं के 197 ग्रामों में 50179 एफ.एच.टी.सी. (गृह सयोजन) के माध्यम से पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ की जा चुकी है। शेष ग्रामों जून-2023 तक पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ कर दी जायेगी। उक्त योजनाओं में से 03 नग योजनाओं के माध्यम से जनपद झाँसी के 100 ग्रामों में पेयजल आपूर्ति माह जुलाई-2023 से प्रारम्भ कर दी जायेगी। तत्पश्चात् मंत्री द्वारा गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजनान्तर्गत निर्माणाधीन डब्लू.टी.पी. का स्थलीय निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान डब्लू. टी. पी. प्लांट चलता हुआ पाया गया। मंत्री द्वारा डब्लू.टी.पी. पर कराये गये कार्यो की गुणवत्ता एवं प्रगति की प्रशन्सा की गयी। मां० मंत्री द्वारा डब्लू. टी. पी. स्थित प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया गया तथा जल गुणवत्ता जांच भी कराई, जो निर्धारित मानकों के अनुरूप पेयजल हेतु उपयुक्त पायी गयी। अधिशासी अभियन्ता, जल निगम द्वारा माननीय मंत्री जी को अवगत कराया गया कि योजनान्तर्गत सम्मिलित कुल 44 ग्रामों में से 29 ग्रामों में 5920 एफ.एच.टी.सी. (गृह संयोजन) के माध्यम से पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ की जा चुकी है। शेष ग्रामों जून-2023 तक पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ कर दी जायेगी। इस मौके पर बबीना विधायक राजीव सिंह परीक्षा, जिलाध्यक्ष भाजपा जमना प्रसाद कुशवाहा, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे श्री ए के सिंह, अधीक्षण अभियंता राकेश कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम रणविजय सिंह, सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा





