
झांसी। शिक्षा समिति के हो रहे चुनाव नामांकन प्रक्रिया के दौरान फर्म सोसायटीज चिट्स कार्यालय में उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर फर्जी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर समिति का पैसा, जमीन स्कूल हथियाने का आरोप लगाकर फर्जी तरीके से चुनाव कराने का आरोप लगाया। इसको लेकर दोनो पक्ष में कार्यालय में जमकर कहा सुनी और धक्का मुक्की हुई। हंगामे की खबर पाकर मौके पर एमएलसी और बबीना विधायक पहुंचे। जहां वार्तालाप के बाद चुनाव की नामांकन प्रक्रिया को अगले आदेश तक रोक दिया गया है। यह आदेश नोटिस कार्यालय परिसर में भी चस्पा कर दिया गया। इसके बाद दोनों पक्ष शांत होकर अपने अपने घर चले गए।जानकारी के मुताबिक रामस्वरूप यादव शिक्षा समिति पूछ का आज सहायक रजिस्ट्रार फर्म एवम सोसायटीज चिट्स फंड कार्यालय में चुनाव प्रक्रिया शुरू करते हुए नामांकन प्रक्रिया चल रही थी। उसी दौरान साक्षी यादव पुत्री ज्ञान सिंह यादव और उसके साथ पहुंचे दर्जनों लोगों ने फर्म एवम सोसायटीज कार्यालय में पहुंच कर चुनाव कराने वाले पक्ष पर फर्जी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर सूची में फर्जी सदस्यों को बढ़ाकर चुनाव कराकर शिक्षा समिति का सब कुछ हड़पने के प्रयास का आरोप लगाया और कार्यालय के खिलाफ नारेबाजी की। इस पर दोनो पक्ष कार्यालय में आमने सामने आ गए। जिस पर दोनो पक्ष में जमकर गहमा गहमी हुई और धक्का मुक्की हुई। स्थिति बिगड़ते देख कार्यालय की ओर से पुलिस फार्म बुलाया गया। वही घटना की सूचना पाकर एमएलसी बीएल तिवारी, बबीना विधायक राजीव सिंह परीक्षा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने सहायक रजिस्ट्रार से वार्ता लाप करते हुए दस्तावेजों की निष्पक्ष जांच कर आगे की कार्यवाही करने का आग्रह किया। इसके बाद चुनाव की नामांकन प्रक्रिया को रोकते हुए अगले आदेश तक चुनाव निरस्त कर दिया गया है। वही साक्षी द्वारा आरोप लगाया गया कि उनके पिता समिति के अध्यक्ष है, ओर उनकी बिना सहमति चुनाव प्रक्रिया शुरू कैसे हुई। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि समिति उनके दादा के पिता रामस्वरूप के नाम है, जिसके जगदीश यादव थे उनकी मृत्यु 28 अक्तूबर 2016 में हो चुकी थी। इसके बाद विपक्षियों ने वर्ष 2018 ओर 2019 में मृतक की अध्यक्षता में बैठक दिखाकर अपने परिवार के लोगों को सदस्य बनाकर सीमित के सारे खाते संचालित करने लगे। इस संबंध में हाई कोर्ट में भी रिट दायर हुई और मंडलायुक्त के यहां भी आज जो चुनाव हो रहा था उसे रुकवाने के लिए रिट दायर की गई थी। इसी संबंध में आज यहां चुनाव को निरस्त कराने को वह लोग यहां जहां दोनो पक्ष में जमकर हंगामा हुआ, मारपीट की नौबत तक आ गई। विधायक और एमएलसी के हश्चेप के बाद चुनाव प्रक्रिया को अगले आदेश तक निरस्त कर दिया गया है। इस संबंध में सहायक रजिस्ट्रार आनंद कुमार सिंह ने नोटिस बोर्ड पर चुनाव प्रक्रिया अगले आदेशों तक निरस्त कर दी है। सारे दस्तावेजों की निष्पक्ष जांच और शिकायत कर्ता की शिकायत का निस्तारण के बाद ही चुनाव प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






