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…….अपनो को रोता छोड़ आया हूं, यह दर्द समझ एक बालिका ने बांधी दरोगा की सूनी कलाई पर राखी

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झांसी। पुलिस एक ऐसा विभाग है, जो न कभी खुशी मना सकता है, ओर न ही अपने परिवार के सुख मंगल कार्य में शामिल हो सकता है। इसके पीछे सबसे बड़ी बात खाकी का फर्ज और आम जन की सेवा। इसलिए खाकी के लिए एक शायर ने लिखा है। अपनों के लिए हर वादे तोड़ के आया हूं, मैं खाकी हूं, आपके लिए अपनों को रोता छोड़ आया हूं। शायद इसी शायरी का अंदाजा लगाकर एक बालिका चौकी से बाजार गई और राखी मिठाई लाकर दरोगा का तिलक किया साथ ही उसकी सूनी कलाई पर राखी बांध दी। मामला जनपद झांसी के मऊ रानीपुर थाना की रानीपुर चौकी का है। यहां के चौकी प्रभारी अनुज कुमार आज रक्षा बंधन के त्योहार पर क्षेत्र में शांति एवम सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद दोपहर को अपनी पुलिस चौकी में बैठ कर विभागीय कार्य निपटा रहे थे। उसी समय एक बालिका किसी शिकायत को लेकर चौकी पहुंची वह अपनी शिकायत चौकी प्रभारी को बताती उस से पहले उसकी नजर चौकी प्रभारी की सूनी कलाई पर गई और उससे खाकी का दर्द भरा गम नही देखा गया। बालिका ने बाजार से राखी और मिठाई लाकर चौकी प्रभारी की सूनी कलाई पर बांध दी। अपनी सूनी कलाई पर अंजान बालिका द्वारा बांधी गई राखी को देख चौकी प्रभारी भी भावुक हो गए वह खुद समझ गए ऐसा नही की खाकी जनता के लिए अपने परिवार को रोता छोड़ कर आए है तो जनता भी खाकी को परिवार का प्यार देती है, इन्ही बातों से भावुक चौकी प्रभारी ने यह तस्वीर शोशल मीडिया पर वायरल कर दी। जिस पर लोगों ने त्योहार पर खाकी का खूब मनोबल बढ़ाया और बालिका के इस कार्य की काफी प्रशंसा की।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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