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परंपरागत रूप से मनाया जाए आगामी त्यौहार त्योहारों को लेकर प्रशासन/ पुलिस प्रशासन ने की पूर्ण तैयारी

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झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा द्वारा समस्त मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की गई, जिसमें आगामी पर्व-त्यौहार पर शांति/कानून व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के सम्बन्धमें विस्तृत निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा आगामी त्यौहारों के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि आगामी 10 जुलाई, 2022 को ईदुज्जुहा(बकरीद) का त्यौहार मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों द्वारा मनाया जायेगा। इसीप्रकार 14 जुलाई से 12 अगस्त तक श्रावण मास होगा, जिसमें 18 जुलाई को प्रथम सोमवार, 25 जुलाई को द्वितीय सोमवार, 2 अगस्त को नागपंचमी, 8 अगस्त को तृतीय सोमवार, 11 अगस्त को रक्षा बंधन का पर्व हिन्दु धर्मावलंबी द्वारा मनाया जायेगा। इसी प्रकार 31 जुलाई से 11 अगस्त तक मोहर्रम माह रहेगा एवं मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा 9-10 अगस्त को मुहर्रम पर्व मानाया जायेगा। इसप्रकार आगामी जुलाई से लेकर अगस्त माह कानून व्यवस्था के दृष्टिगत संवेदनशील हैं। उन्होंने ईदुज्जुहा के पर्व के सम्बन्ध में बताया कि रिकोर्ड के अनुसार जनपद में लगभग 195 मस्जिद/ईदगाह हैं। जहां भी रोड पर नवाज अदा करने की परम्परा रही हो, उन मस्जिदों को चिन्हित करें एवं मुस्लिम धर्मगुरूओं से संवाद कर वहां के मुस्लिम वर्ग के व्यक्तियों को निकट के मस्जिद/ईदगाह में नवाज अदा करने के लिए अनुरोध करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जहां भी लाउडस्पीकर उतारे गये थे, वहां यह सुनिश्चित किया जाए कि फिर से लाउडस्पीकर नहीं लगाये गये हों। बकरीद के दिन प्रतिबन्धित पशुओं की कुर्बानी न दी जाए। कुर्बानी उपरान्त समुचित साफ-सफाई कराई जाए एवं कुर्बानीशुदा पशुओं का समुचित डिस्पोजल किया जाए। शांति एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए श्रावण मास के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि श्रावण मास में कांवडियों द्वारा विभिन्न घाटों से जल लिया जाता है। जनपद झॉसी में विशेषकर मऊरानीपुर के देवरी घाट से कांवड़ियों द्वारा जल लिया जाता है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन-जिन घाटों से कांवड़ियों द्वारा जल लिया जाता है, उन घाटों का सम्बन्धित अधिकारियों/मजिस्ट्रेट एवं अन्य विभागीय अधिकारियों द्वारा उनका भ्रमण कर लिया जाए एवं जल की गहराई की थाह लेकर जहां गहराई अधिक होने लगे, वहां पताका लगा दी जाए। साथ ही पी.ए. सिस्टम के माध्यम से कांवड़ियों को गहरे पानी में न जाने हेतु सतर्क किया जाए। चूंकि वर्तमान में गर्मी अधिक हो रही है। अतः इसकी पूर्ण सम्भावना है कि कांवड़ियों द्वारा रात्रि के समय जल लिया जायेगा। उन्होंने निर्देश कि इस हेतु घाटों पर पर्याप्त प्रकाश एवं समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था रहे। उन्होंने घाटों पर पार्किंग के सम्बन्ध में निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया कि कांवड़िया पैदल अथवा अन्य माध्यम से दूर के स्थानों से जल लेने आते है। यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ियों के मूवमेण्ट वाले रूट पर शराब एवं मीट की दुकान संचालित न रहे। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ियों के रूट पर जहां भी डार्क जोन है, वहां प्रकाश की व्यवस्था अवश्यक रहे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि जिस-जिस मार्ग से कांवड़ियां गुजरते हैं, वहां के रोड को गढ्ढामुक्त कराये जाने के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि रोड पर कोई कंकड़/पत्थर/शीशें न रहें। यदि हो तो उसे साफ करा दिया जाए, जिससे वे कांवड़ियों के पैरों में न चुभें। उन्होंने निर्देश दिए कि कांवड़ियों के मार्ग पर कम से कम ट्राफिक का संचालन हो एवं आवश्यक वाहनों यथा एम्बुलेंश आदि को छोड़कर अन्य भारी वाहनों/साधारण वाहनों के लिए रूट डायवर्ट किया जाए, कांवड़ियों की सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत कांवड़ियों के मार्ग से गुजरने वाले वाहनों के वाहन चालकों की एल्कोहल जांच होतु विभिन्न चौकियों पर ब्लड एल्कोहल चेक की व्यवस्था की जाए। समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जल संस्थान को निर्देश दिए कि कांवड़ियों को पीने के पानी की उपलब्धता के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि पानी के जितने भी आउटलेट है, उनमें से पानी सुचारू रूप से आए। जल संस्थान एवं अधिशासी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए कि कावंड़ियों के मार्ग पर टेंकर की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि कांवड़ियों के मार्ग में चिकित्सा सुविधा की पर्याप्त व्यवस्था रहें। उन्होंने कहा कि कांवड़ियों के मार्ग पर स्थित सी.एम.सी. 24 घण्टे संचालित रहें एवं वहां सर्प दंश की स्थिति से निपटने हेतु एण्टी वेनेम की व्यवस्था अवश्य रखी जाए। समीक्षा में यह भी निर्देश दिए गए कि कांवड़िया जिस मार्ग से गुजरते हैं, उससे गुजरने की अनुमति प्रदान करने से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाए कि मार्ग में कोई मस्जिद आदि अन्य समुदाय के स्थान तो नहीं है। यदि ऐसा है, तो रूट डायवर्ट कर दिया जाए। यदि रूट डायवर्ट करना सम्भव नही हैं तो कांवड़ियों को निर्देश दिए जाए कि वे मस्जिद/ईदगाह के पास कोई साउण्ड आदि नहीं चलायेंगे एवं नारे आदि नहीं लगायेंगे। उन्होंने विद्युत विभाग को यह भी निर्देश दिए कि मार्ग में कोई नंगा तार न हो, ताकि विद्युत करण्ट से कोई दुर्घटना घटित न हो। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में से 60 मुख्य मंदिरों में से 07 मंदिर बड़े हैं एवं श्रावण मास में वहां जहां भीड़ रहती है। ऐसे मन्दिरों पर वेरिकेटिंग की व्यवस्था करते हुए इस प्रकार व्यवस्था की जाए कि श्रद्धालू एक तरफ से मन्दिर हेतु जाए एवं दूसरी तरफ से वापस आ जाए। मन्दिरों पर साफ-सफाई हेतु 8 घण्टे की पालियों में 24 घण्टे सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। इसके अतिरिक्त मन्दिरों पर पानी एवं विद्युत की व्यवस्था भी रहे। उन्होंने कहा कि मन्दिर के पास लगे पोल की अर्थिंग की जांच कर ली जाए एवं पोल को विद्युतरोधी आवरण लगाकर उस पर सतर्कता हेतु नोटिस लगाया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी पर्वाें के दृष्टिगत कलेक्ट्रैट स्थिति आई.सी.सी.सी. में कण्ट्रोल रूम स्थापित किया जाए एवं पुलिस, राजस्व, लोक निर्माण विभाग, नगर निकाय, चिकित्सा, पंचायती राज विभाग, खाद्य सुरक्षा आदि विभाग द्वारा नोडल अधिकारी नामित किये जाए। साथ ही कण्ट्रोल रूम एवं नोडल अधिकारियों के मोबालइल/लेंडलाइन नम्बर सार्वजनिक किये जाए। आगामी पर्वे में किसी भी प्रकार की समस्या/शिकायत प्राप्त होने पर सम्बन्धित नोडल अधिकारी द्वारा उसका समाधान किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि यह कण्ट्रोल रूम 09 जुलाई से 17 अगस्त तक अनवरत संचालित रहे। वर्चुअल बैठक में समस्त अपर जिलाधिकारी,एसपी सिटी, एसपी आरए, समस्त उपजिलाधिकारी/ क्षेत्राधिकारी पुलिस सहित विद्युत विभाग, जल निगम, जल संस्थान, लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज विभाग आदि के अधिकारी शामिल रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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